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बुधवार, 10 दिसंबर 2025

डा० अम्बेदकर जन-कल्याण परिषद् ने बाबा साहेब भीमराव अम्बेदकर के महापरिनिर्वाण दिवस कार्यक्रम का किया आयोजन


      

                         रिपोर्ट--मुकेश गुप्ता

गाजियाबाद । अम्बेदकर पार्क लाजपत नगर, साहिबाबाद, गाजियाबाद के प्रांगण में डा0 अम्बेदकर जन-कल्याण परिषद् उ0 प्र0 द्वारा संविधान निर्माता, भारत रत्न, दलितों, पिछड़ों, हर वर्ग के प्रताड़ितों की आवाज़, कानूनविद, अर्थशास्त्री बाबा साहेब भीमराव अम्बेदकर  के महापरिनिर्वाण दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया, कार्यक्रम में समाजवादी विचारक, राम दुलार यादव शिक्षाविद संस्थापक/अध्यक्ष लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट मुख्य वक्ता के रूप में शामिल रह डा0 अम्बेदकर की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें स्मरण किया, तथा उनके विचार पर चलने का संकल्प लिया, कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष श्याम नारायण ने किया, संचालन जगन्नाथ प्रसाद, आयोजन लालता प्रसाद ने किया ।

         कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाजवादी विचारक शिक्षाविद राम दुलार यादव ने कहा कि बाबा साहेब अम्बेदकर ने जो उपेक्षा, पीड़ा, दर्द, अपमान, अपने जीवन में अकल्पनीय यातना झेली, संविधान निर्माण कर ऐसी व्यवस्था की, कि देश में स्वतंत्रता, समानता, बंधुता, न्याय हर वर्ग का मौलिक अधिकार बना, लेकिन धार्मिक पाखंड, रुढ़िवाद, कुरीतियों के कारण आज भी आजादी के 78 वर्ष बाद भी देश में विषमता, भेदभाव, नफ़रत, असहिष्णुता, भय का वातावरण बना हुआ है, हिन्दू धर्म में व्याप्त कुप्रथाओं और सड़ी-गली व्यवस्था के कारण उन्होंने कहा कि “मै हिन्दू पैदा हुआ हूँ, यह मेरे बस में नहीं था, लेकिन मै हिन्दू मरूँगा नहीं” बौद्ध धर्म लाखों अनुयायियों के साथ स्वीकार कर लिया” | महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें हम स्मरण करते है कि आप ने अपमानित हो, कष्ट सहकर करोड़ों लोगों के जीवन में प्रकाश की किरण फैला सम्मानजनक जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त किया ।

      उन्होंने कहा कि आज 21वीं शदी में भी देश में विषमता, भय, नफ़रत का वातावरण बना हुआ है, संविधान और संवैधानिक संस्थाओं को प्रभावित कर जनता के अधिकारों पर कुठाराघात किया जा रहा है, लूट, झूठ, भ्रष्टाचार में हम विश्व के 180 देशों में 96वें स्थान पर, प्रसन्नता रिपोर्ट सूचकांक में 126वें स्थान, नेपाल और भूटान से भी पीछे है, प्रेस की स्वतंत्रता में 159वें स्थान पर विश्व के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर हमारे देश में है, देश ने जी0डी0पी0 का 19% कर्ज विदेशों से ले रखा है, जिस कारण देश में मंहगाई, बेरोजगारी, बेकारी, गरीब, अमीर की खांई बढती जा रही है, बाबा साहेब अम्बेदकर कानूनविद, शिक्षाविद ही नहीं बेजोड़ अर्थशास्त्री भी थे, मै दावे के साथ कहना चाहता हूँ कि डा0 अम्बेदकर के विचार के ध्वजवाहक बनकर ही देश का भला हो सकता है, और विकसित भारत बन सकता है ।

          सैकड़ों साथियों ने बाबा साहेब की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया,  प्रमुख रहे, राम दुलार यादव, श्याम नारायण, जगन्नाथ प्रसाद, मुनीव यादव, हुकुम सिंह, लालता प्रसाद, सीताराम, सूर्यनाथ प्रसाद, रमेश गौतम, वी0 पी0 जाटव, सुभाष यादव, रामेश्वर यादव, राजेन्द्र सिंह, ब्रह्म प्रकाश आदि ।

                                                                                                                

 

                                                                                                             

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