मुकेश गुप्ता सत्ता बन्धु
नई दिल्ली। भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में कार्यरत उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले महानुभावों को उनके समर्पण भाव के प्रति ही ‘भारत गौरव’ पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। इसी श्रृंखला में उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए इस बार वर्ष 2023 का ‘भारत गौरव’ सम्मान जितेन्द्र बच्चन को प्रदान किया गया। संस्कार भारती के खचाखच भरे सभागार में श्री बच्चन की सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित करने पर गणमान्य लोगों ने करतल ध्वनि से उनका स्वागत- सत्कार किया।
मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात अंतर्राष्ट्रीय कला, साहित्य, संस्कृति एवं पत्रकारिता सम्मान समारोह में अमेरिका, नेपाल और भारत के 11 राज्यों के अवार्डी शामिल हुए। विश्व कीर्तिमान स्थापित करने वाले जसाला फाउण्डेशन (पंजी) दिल्ली एवं सुप्रभात मंच के तत्वावधान में आयोजित सम्मान समारोह के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश पाल वर्मा ने बताया कि इस बार देश-विदेश के 81 लोगों को राष्ट्र विभूषण, भारत गौरव, राष्ट्र रत्न, साहित्य शिरोमणि, साहित्य रत्न, साहित्य विभूति और साहित्य गौरव सम्मान -2023 से पुरस्कृत एवं सम्मानित किया गया है। भारत में इसके लिए चयन कमेटी ने गुजरात, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, बिहार, झारखंड, असम, मध्य प्रदेश और चंडीगढ़ के प्रतिभाशाली विभूतियों का चयन किया है
सुरेश पाल वर्मा के अनुसार, वरिष्ठ पत्रकार जितेन्द्र बच्चन करीब 32 वर्षों से पत्रकारिता कर रहे हैं। देश के कई प्रतिष्ठित समाचार पत्र-पत्रिकाओं से वह जुड़े रहे हैं। क्राइम रिपोर्टिंग के सशक्त हस्ताक्षर माने जाते हैं। कई राष्ट्रीय सम्मान और पुरस्कार उनके कद को और बड़ा करते हैं। लेखन से शोधपरक पत्रकारिता की ओर जितेन्द्र बच्चन का उन्मुख होना यह दर्शाता है कि भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में कार्यरत उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले महानुभावों को उनके समर्पण भाव के प्रति ही ‘भारत गौरव’ पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। आज हम कह सकते हैं कि निश्चित ही भारत की प्रतिभाओं की अध्यात्मिक शक्ति ही भारत की पहचान है जो ज्ञान की प्राप्ति से सफलता के मार्ग को प्रशस्त करती है।
उन्होंने बताया कि इस सम्मान से बाकी जिन महानुभावों को सम्मानित किया गया है, उनमें अशोक जैन, प्रभात कुमार, आरके जैन, राजेन्द्र प्रसाद वर्मा, एमके राजपूत, अरुण कुमार वर्मा, कुंवर अशोक, ममता वर्मा, ओमप्रकाश प्रजापति, योगेश कौशिक, प्रशान्त कुमार, हरस्वरूप भामा, प्रवीण कुमार आर्य, सुशील कुमार जैन और अभिनंदन गुप्ता शामिल हैं। सभी प्रतिभाओं को शॉल, सर्टीफिकेट, पुष्प गुच्छ और प्रतीक चिन्ह से नवाजा गया। इस अवसर पर तमाम विद्वान, ब्यूरोके्रट्स, पत्रकार, उद्योपति, अधिवक्ता, शिक्षक और अन्य क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियां उपस्थित रहीं।