गुरुवार, 29 जून 2023

मूल नक्षत्र और ब्रह्मा योग में मनेगा गुरू पूर्णिमा का पर्वःआचार्य दीपक तेजस्वी

 

मुकेश गुप्ता सत्ता बन्धु

गाजियाबाद। आचार्य दीपक तेजस्वी ने बताया कि इस साल गुरु पूर्णिमा का पर्व सोमवार 3 जुलाई को मूल नक्षत्र और ब्रह्मा योग में मनाया जाएगा। इसी दिन चन्द्रमा धनु राशि में गोचर करेंगे। आचार्य दीपक तेजस्वी ने बताया कि गुरू पूर्णिमा के व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है क्योंकि महर्षि वेद व्यास का जन्म इसी दिन हुआ था। वेदव्यास हिन्दू महाकाव्य महाभारत के रचयिता होने के साथ इसमें एक महत्वपूर्ण पात्र भी थे। सृष्टि के पालनहार भगवान विष्णु ने इसी दिन महर्षि वेद व्यास को चारों वेदों का ज्ञान दिया था। इसी कारण महर्षि वेद व्यास को पहला गुरू भी माना जाता है। आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा दिवस के रूप में जाना जाता है। परम्परागत रूप से यह दिन गुरु पूजन के लिये निर्धारित है। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर शिष्य अपने गुरुओं की पूजा-अर्चना करते हैं।  गुरु पूर्णिमा का बौद्धों में भी बहुत महत्व है।  बौद्ध धर्म के अनुयायियों का मानना है कि गुरु पूर्णिमा के दिन ही गौतम बुद्ध ने भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के सारनाथ नामक स्थान पर अपना प्रथम उपदेश दिया था। गुरू पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु, देव गुरू ब्रहस्पति देव व अपने गुरू की पूजा-अर्चना करने से हर कष्ट दूर होता है और सुख-समृद्धि व खुशहाली की प्राप्ति होती है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें