शनिवार, 26 नवंबर 2022

दिव्यांगजनों को सम्मान देकर प्रोत्साहित कर मुख्यधारा से जोड़ेगे-नरेन्द्र कश्यप।

लखनऊ। 3 दिसम्बर को विश्व दिव्यांग दिवस के उपलक्ष्य में राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण एवं सम्मान हेतु पात्र आवेदनकर्ताओं के चयन किये जाने हेतु चयनित समिति की बैठक  कक्ष संख्या-7 नवीन भवन, उ0प्र0 सचिवालय में मा0 राज्यमंत्री (स्व0प्रभार), पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, नरेंद्र कश्यप  की अध्यक्षता में आयोजित की गयी। जिसमें समस्त जिलों से आये पात्र आवेदनकर्ताओं के नामों के चयन पर विचार-विमर्श किया गया। मंत्री,  नरेन्द्र कश्यप जी ने कहा कि दिव्यांगजनों के पुनर्वास एवं उनको शिक्षित कर सभ्यता की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए उ0प्र0 सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उनके प्रति गम्भीरता से कार्य कर रही है। उसी आधार में दिव्यांगजनों को प्रोत्साहन करने के लिए समाज की उन्नति के लिए दिव्यांगजनों द्वारा किये गये कार्य पुरस्कृत व सम्मानित किया जायेगा। 

मंत्री,  नरेन्द्र कश्यप जी ने कहा कि दिव्यांगता विशेष रूप से भारत जैसे विकासशील देश में एक गम्भीर स्वास्थ्य समस्या है। दिव्यांगता के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा 03 दिसम्बर को विश्व दिव्यांग दिवस के रूप में घोषित किया गया है। यह राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक आदि जैसे जीवन के हर पहलू में दिव्यांग व्यक्यिों के अधिकारों तथा उनके हितों की प्रोत्साहित करने की परिकल्पना करता है। भारत में कई कानून और योजनाओं के माध्यम से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए अवसरों सुलभता और समानता सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है। भारत देश के लिए यह हर्ष का विषय है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ दिव्यांगजनों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। केन्द्र व प्रदेश सरकार के द्वारा दिव्यांगों को दिये जाने वाले लाभाविन्त योजनाएं सुलभ व सुचारू रूप से कार्य कर रही हैं। आयोजित की गयी समिति की बैठक में  हेमन्त राव, अपर मुख्य सचिव,  अजीत कुमार, विशेष सचिव एवं राज्य आयुक्त, दिव्यांगजन, उ0प्र0,  सत्य प्रकाश पटेल, निदेशक, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, कुलपति, डाॅ0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ,  रमेश पाण्डेय, कार्यालय प्रभारी, क्षेत्रीय पुनर्वास केन्द्र, लखनऊ, श्अमिताभ शुक्ला, प्रबन्धक, भागीरथ सेवा संस्थान, गाजियाबाद आदि उपस्थित रहे।

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