रविवार, 20 नवंबर 2022

देव दर्शन धर्मचेतना जनजागृति व्यसन विराम एक प्रयास यात्रा 11दिवसीय राजस्थान मध्यप्रदेश गुजरात महाराष्ट्र यात्रा 18 नवंबर से 28 नवंबर तक


राजस्थान। दर्शन धर्मचेतना जनजागृति व्यसन विराम एक प्रयास यात्रा 11दिवसीय राजस्थान मध्यप्रदेश गुजरात महाराष्ट्र यात्रा 18 नवंबर से 28 नवंबर तक प्रारंभ हुई

जिसमें आज जसोल माजीसा धाम मां राणी भटियाणी माता मन्दिर जसोल बाड़मेर राजस्थान में सूर्य यज्ञ ,एवं भैरव जी (खेतलाजी)की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा में मुख्य यजमान रांची भटियाणी मंदिर संस्थान के अध्यक्ष रावल किशन सिंह  कार्यक्रम के संयोजक कुंवर हरिश्चन्द्र सिंह,सानिध्य पूज्य गुरुदेव श्रीमहन्त नारायण गिरि जी महाराज श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर गाजियाबाद अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के उपस्थिति में आज प्राचीन शिव मन्दिर श्री नर्मदेश्वर महादेव मंदिर बावड़ी से वरूण देवता का पूजन करके 111 कन्याओं ने कलश में जल भरकर यात्रा प्रारंभ करके राणी भटियाणी माता मन्दिर यज्ञशाला में पूर्ण हुई। जल यात्रा से पूर्व पूज्य गुरुदेव श्रीमहन्त नारायण गिरि जी महाराज के साथ कुंवर हरिश्चनन्द्र सिंह जी एवं अन्य सभी गणमान्य नागरिकों ने वैदिक मंत्रों से नर्मदेश्वर महादेव का अभिषेक किया , कन्याओं के द्वारा लाये गये जल से भैरव बाबा को प्रथम दिवस जलादिवास कराया, तदोपरान्त अन्नादिवास पुष्पादि वास  फलादिवास कराया जायेगा 22 नवंबर को प्राणप्रतिष्ठा होगी , प्राणप्रतिष्ठा पूजन प्रतिष्ठा आचार्य रामकोटेश्वर शर्मा विजयवाड़ा, आचार्य वेंकट कृष्ण शर्मा हैदराबाद दूधेश्वर वेद विद्यालय के प्राचार्य तोयराज उपाध्याय,  नितेश त्रिपाठी  ,पंडित मनोहर अवस्थी  , नितेश त्रिपाठी,दीपक भट्ट, दीपांकर पाण्डेय , द्वारा प्रतिष्ठा चल रही है।

आज प्रथम दिवस पूजन सम्पन्न हुआ ,जिसमें सभी व्यवस्था में माजीसा धाम के मैनेजर जेठू सिंह जी लगे हुये है ,साथ ही राजस्थान के जालोर जैसलमेर ,बाड़मेर, जोधपुर, सिरोही,पाली, जयपुर,सवाई माधोपुर, मध्यप्रदेश में उज्जैन,भोपाल,खरगोन, महाराष्ट्र में औरंगाबाद, जलगांव, चालीसगांव, गुजरात बनासकांठा साबरकांठा 4 राज्यों की 11 दिवसीय यात्रा रहेगी ,जिसमें विभिन्न स्थानों पर हवन यज्ञ कन्या पूजन करके सनातनधर्म के प्रति जन जाग्रति एवं व्यसन विराम का संकल्प दिया जायेगा,यज्ञ पूजन कन्या करके धर्म जाग्रति जन जाग्रति समरसता सद्भावना सभी जाति के लोग ह्रदय रूपी मंच पर एक आकर राष्ट्र विकास राष्ट्र हित में कार्य करें सनातन धर्म के प्रति जागरूक होकर सन्तों का सम्मान एवं सन्तों के नेतृत्व में राष्ट्रहित में कार्य करें ,इस संकल्प के साथ पूज्य गुरुदेव 11 दिवसीय यात्रा पर हैं ।


    

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