मुकेश गुप्ता
शं"यदा-यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत |अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् ||
परित्राणाय साधूनाम् विनाशाय च दुष्कृताम् |धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे ||"
गाजियाबाद । सिल्वरलाइन प्रेस्टीज स्कूल के प्रांगण में कक्षा 3 से 5 के विद्यार्थियों के लिए हर वर्ष होने वाले कार्यक्रम 'तरंग' के अंतर्गत 'महाभारत: कथा धर्म और कर्म की' इस कथानक के प्रस्तुतीकरण का आयोजन किया गया। सभी विद्यार्थियों ने अपने अभिनय और नृत्य कौशल की अद्वितीय झलक प्रस्तुत की। इस शानदार कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने महाभारत के विभिन्न प्रसंगों को अपनी अभूतपूर्व कला और भावविभोर कर देने वाली प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सर्वप्रथम विद्यालय के चेयरमैन डॉ0 सुभाष जैन ने मुख्य अतिथि जे०सी०जैन, प्रेसीडेंट सी.ओ.ई.आर. यूनिवर्सिटी, रुड़की, उत्तराखंड को सम्मानित किया।कार्यक्रम में उपस्थित अतिथिगण गुलशन कुमार भांबरी, सेक्रेटरी, आई.एस.एफ.एल.जिला गाज़ियाबाद, आलोक गर्ग, ज्वाइंट सेक्रेटरी, आई.एस.एफ.एल.जिला गाज़ियाबाद, अजीत निगम, पार्षद, गाज़ियाबाद, रोटेरियन दीपक कुमार अग्रवाल, प्रेसीडेंट रोटरी गाज़ियाबाद स्मार्ट सिटी, रोटेरियन भारती गर्ग एवं श्रीमती उर्वशी का स्वागत किया गया।
सिलवारलाइन प्रेस्टीज़ स्कूल से नमन जैन, वाइस चेयरमैन, डॉ० माला कपूर, फाउंडर डायरेक्ट, श्रीमती बबीता जैन, श्रीमती मोनिका जैन, डॉ० स्वाति अग्रवाल, डायरेक्टर फाइनेंस, प्रणव जैन, डायरेक्टर एडमिन एवं स्कूल प्रबन्धक, डॉ० मंगला वैद, सलाहकार, डॉ० गीता जोशी, प्रधानाचार्या, श्रीमती निधि गर्ग, डॉ0 अरुणा सिंहल, डायरेक्टर कॉलेज ऑफ एजुकेशन एवं डॉ0 सी0एस0नायर, डायरेक्टर स्ट्रेटेजी स्किल्स एंड कैपेसिटी बिल्डिंग ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और गणेश वंदना से हुआ। राष्ट्रगान के सस्वर वाचन के माध्यम से समस्त उपस्थितजन ने देश के प्रति समर्पण भाव का प्रदर्शन किया। विद्यालय के वाइस चेयरमैन श्री नमन जैन ने उपस्थित अतिथिगण और अभिभावकगण को इस वार्षिकोत्सव के विषय में बताते हुए कहा कि यह कक्षा 3 से 5 के विद्यार्थियों के अथक परिश्रम का फल है। उन्होने सभी बाल कलाकारों की सराहना की और कार्यक्रम के आरंभ का उद्घोष किया। सभी विद्यार्थियों ने अपने अभिनय और अपने नृत्य कौशल के माध्यम से महाभारत कथा की प्रस्तुति करते हुए गंगा अवतरण, भीष्म प्रतिज्ञा, द्रौपदी जन्म और स्वयंवर, अर्जुन विजय, इन्द्रप्रस्थ में द्रौपदी द्वारा दुर्योधन का अपमान, दुर्योधन का आक्रोश, शकुनि का प्रवेश, चौसर का खेल, द्रौपदी का विलाप और दुशासन द्वारा द्रौपदी के चीर हरण जैसे दृश्यों को अत्यंत भावपूर्ण तरीके से सबके समक्ष रखा। विद्यार्थियों की कलात्मक प्रस्तुति ने प्रत्येक दृश्य पर दर्शक दीर्घा में बैठे सभी अभिभावक एवम् अतिथिगण को करतल ध्वनि से उनकी भरपूर प्रशंसा करने को मज़बूर कर दिया।प्रत्येक दृश्य में विद्यार्थियों ने गहरे भावनात्मक संवाद और प्रभावशाली नृत्य की प्रस्तुति दीं। इस नृत्य-नाटिका के माध्यम से उन्होने दर्शकों को महाभारत के धार्मिक और नैतिक संदेश से जोड़ दिया। कार्यक्रम का समापन श्रीकृष्ण के उपदेश के साथ हुआ जिसमें श्री कृष्ण धर्म और कर्म का मर्म समझाते हैं। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि जे0सी0जैन ने सभी विद्यार्थियों की इस नृत्य नाटिका की भूरि-भूरि प्रशंसा की और उन्हें भविष्य में भी इसी प्रकार लगन के साथ उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। विद्यालय के चेयरमैन डॉ0 सुभाष जैन ने उनका परिचय दिया एवम् उन्हें प्रतीक चिह्न प्रदान किया। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत इस कार्यक्रम ने अपनी भव्यता और सौंदर्य से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विद्यालय के चेयरमैन डॉ० सुभाष जैन एवं फाउंडर डायरेक्टर डॉ० माला कपूर ने सभी प्रतिभागियों को अपना स्नेहिल आशीर्वाद देते हुए समस्त अभिभावकगण और शिक्षकवृंद का आभार व्यक्त किया।