गुरुवार, 20 अगस्त 2020

पीडब्ल्यूडी के प्रमुख अभियंता कार्यालय ने नियम कानून ताक पर रखकर रेवड़ी की तरह फर्जी ठेकेदारों के किएं पंजीकरण,नवीनीकरण ।

प्रतीक गुप्ता



लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहाँ सरकारी विभागों,प्राधिकरण लोक निर्माण ,आवास विकास के इंजीनियरों को भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने तथा विकास कार्यों मे तेजी लाने के निर्देश दे रहे हैं वही लोक निर्माण विभाग लखनऊ के प्रमुख अभियंता  मुख्यमंत्री के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला जनहित कर्मी एवं वरिष्ठ नागरिक उपेंद्र  कुमार सिंघल ने प्रमुख अभियंता पर नियम कानून ताक पर रखकर ठेकेदारों के पंजीकरण  एवं नवीनीकरण करने में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है । उन्होंने इस मामले की  शिकायत मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग को पत्र भेजकर की है। उपेंद्र कुमार सिंघल ने योगी आदित्यनाथ को भेजें पत्र में बताया कि लोक निर्माण विभाग लखनऊ के प्रमुख इंजीनियर कार्यालय रिश्वत के बल पर फर्जी कागजात, अनुभवहीन प्रमाण पत्र ,फर्जी वर्कशॉप ,मशीनरी आदि मे  रोड साइनेज वर्ग 'ए'श्रेणी  में ठेकेदारों का पंजीकरण  का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया विभाग में अधिकारियों व ठेकेदारों के गठजोड़  के कारण वर्ष 2014 से जून 2020 तक अवैध रूप से रिश्वत के बल पर पंजीकरण एवं नवीनीकरण  किया गया है। फर्जी अभिलेखों के आधार पर ठेकेदारों का पिछले 5 वर्षों में अब तक 100 से ज्यादा ठेकेदारों का लोक निर्माण विभाग मे साइनेज श्रेणी 'ए' में पंजीकरण व नवीनीकरण किए गए हैं जिनमें भारी अनियमितताएं बरती गई है। श्री सिंघल ने मुख्यमंत्री, लोकनिर्माण विभाग के प्रमुख सचिव से मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रमुख अभियंता कार्यालय लखनऊ में लिप्त भ्रस्ट कर्मियों के खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज कर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है व ऐसे सारे पंजीकरण निरस्त कराते हुए सम्बंधित फर्जी ठेकेदारो को भी दंडित करने की मांग की गई है ।


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