मंगलवार, 20 सितंबर 2022

विश्व हिंदू परिषद गौ रक्षा विभाग का राष्ट्रीय अधिवेशन संपन्न*

 

गाजियाबाद। विश्व हिंदू परिषद गौरक्षा विभाग का राष्ट्रीय अधिवेशन 18 सितंबर को सम्पन्न हुआ जिसमें 8 प्रस्ताव पास हुए देश के विभिन्न राज्यों के पाच हजार से भी अधिक दायित्ववान कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। अधिवेशन में हम भारतीय गाय की देसी नस्लों के महत्व को कैसे घर घर तक पहुंचाएं, हमारी भारतीय नस्ल की देसी गाय का वैज्ञानिक आर्थिक व धार्मिक महत्व इस सम्मेलन के माध्यम से समाज को बताया और  कार्यकर्ताओं को याद कराया है

इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि आज देश में भारतीय नस्ल की गाय की हालत बहुत ही  संवेदनशील स्थिति में पहुंच गई है जब देश  की जनसंख्या 35 करोड़ थी तब 117 करोड गौवंश  हुआ हुआ करता था ,आज जबकि देश की जनसंख्या 130 करोड़ है गोवंश की संख्या मात्र 18 करोड़ है, देश में एक बार हरित क्रांति आई थी जिससे अनाज के दाने बढे लेकिन जहर खाने को मिला।  रसायनिक खाद की वजह से अनेकों बीमारिया हम भारतवासियों के शरीर में प्रवेश कर गई इसके पश्चात देश में स्वेत  क्रांति आई तब हमें सिंथेटिक दूध पीने को मिला, जर्सी गाय आ गई जिसका मिल्क सिर्फ मिल्क होता है, जो डायबिटीज, कैंसर, हृदय रोग जैसी बीमारियां पैदा करता  है हमारी भारतीय देशी नस्ल की गाय अर्थ दायिनी है, स्वास्थ्य दायिनी है।

  केन्द्रीय मंत्री खेमचंद शर्मा ने कहा किआज देश में अनेकों समस्याएं हैं जिनमे से कई का समाधान हमारी गौशाला की देसी नस्लों की गाय कर सकतीं हैं। देश में बेरोजगारी को गाय के पंचगव्य घी ,दूध, दही, मूत्र,गोबर इत्यादि से प्रोडक्ट बनाकर रोजगार प्रदान किया जा सकता है 

हमारे अभियान में शामिल योजनाए 1. स्वरोजगार योजना- जिसके अंतर्गत हमारी संस्था ने 25000 से भी अधिक नवयुवको को इस प्रकार के प्रोडक्ट बनाने का प्रशिक्षण देकर लगभग ७००००/- रुपये प्रतिमाह तक का रोजगार करने योग्य बनाया है 2. समृद्ध किसान योजना -जिसमे किसानो को प्राकृतिक ,गौवंश आधारित खेती सिखाकर रासायनिक खाद का खर्च काम करते हैं 3. स्वस्थ भारत अभियान- जिसमे पंच गव्य ,आयुर्वेद द्वारा घरेलु उपचार ,हमारी घर की रसोई स्वयं में कम्पलीट डिस्पेंसरी है रसोई में प्रत्येक मसाला अपने आप में एक औसधी का काम करता है 4. नशा मुक्त भारत -गौ मूत्र के दो ढक्कन (10 ml) रोजाना पिलाने से शराब आदि नशे की लत छूट जाती है 5. गौ-दुग्ध युक्त भारत- सम्पूर्ण देश के अंदर भारतीय देसी नस्ल का गौदुग्ध कैसे पहुंचे जो डायबटीज़ ,कैंसर ,ह्रदय सम्बंधित रोगो से बचाता है


कार्यक्रम संयोजक उपेंद्र गोयल ने कहा कि गाय जीवन दायनी है हमारी संस्था ने लाखो बेसहारा गायो को उनके सुरक्षित स्थान गौशाला पहुंचाया ,बीमार गायों का इलाज कराया। आज देश में गौ तस्करी बहुत तेजी से बढ़ रही है ,बहुत सी अगुसला में गाय भूख से तड़प कर मर रहीं हैं जो बहुत ही शर्मनाक है सरकार इसमें कार्य कर रही है परन्तु हमारा भी कर्तव्य है कि हम भी गाय को बेसहारा न छोड़ें सरकारी अधिकारी भी मानवता का परिचय दें और गाय का हक़ गाय को ही मिले। 

इस अधिवेशन के माध्यम से हम केंद्र सरकार से मांग करेने कि भारतीय नस्ल की देसी गाय को राष्ट्रीय प्राणी घोसित करे। गाय की घटती संख्या पर हम चिंता जताते हैं 

हम माननीय प्रधानमंत्री का भी आभार जताते हैं कि 15 अगस्त को लाल किले कि प्राचीर से उन्होंने प्राकृतिक खेती और गौवंश आधारित खेती करने का देशवासियो से आग्रह किया उन्होंने कहा कि गौ आधारित खेती से बहुत बड़ा योगदान प्राकृतिक खेती में होगा हम रासायनिक खाद का प्रयोग छोड़ें /बंद करें। 

महानगर अध्यक्ष राजीव गुप्ता के कहा कि केंद्र सरकार से एक और आग्रह करेंगे कि मांस निर्यात के समय पोर्ट पर लदान डीएनए कराये ताकि पता लगाया जा सके कि उसमे गाय का मांस तो नहीं है ,गाय का कटान बंद हो ,गौ तस्करी बंद हो /

इस प्रेस वार्ता के माध्यम से समाज से भी आग्रह करते है कि गाय के प्रति अपनी सवेदनाए बनाये रखें,हर घर गाय हो ,हर गांव गौशाला हो I इसी सन्देश को जान जान तक पहुंचने के लिए ये राष्ट्रीय अधिवेशन किया जा रहा है ,इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक उपेन्दर गोयल ,प्रांतीय अध्यक्ष पवन त्यागी प्रान्त प्रमुख घनश्याम गौरक्षा विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरु प्रसाद सिंह सह संगठन मंत्री दिनेश उपाध्याय,प्रांतीय मंत्री नितिन कुमार ,प्रांतीय उपाध्यक्ष राजकुमार त्यागी  महानगर अध्यक्ष राजीव गुप्ता ,विभाग मंत्री योगेश कौशिक ,रमेश बंसल आदि लोग उपस्थित हुए

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