रविवार, 4 सितंबर 2022

श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर कविनगर में महिला प्रकोष्ठ द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन

 

  

 गाजियाबाद। श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर कविनगर में दिगंबर जैन महासमिति महिला प्रकोष्ठ द्वारा एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया सर्वप्रथम समिति द्वारा भगवान की प्रार्थना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया उसके उपरांत वन्दना गीत महिलाओं द्वारा पेश किया गया है। जिसका सभी ने तालियों द्वारा स्वागत किया इसके उपरांत महिलाओं द्वारा जैन भजन व जैन नृत्य प्रस्तुत किया गया।महिला प्रकोष्ठ द्वारा मुख्य अतिथि और मंदिर समिति के पदाधिकारियों का पटका पहनाकर और गिफ़्ट देकर उनका स्वागत किया गया।

इसके उपरांत महिला प्रकोष्ठ द्वारा एक मनमोहक नाटक पूजा का फल प्रस्तुत किया गया जिसमें बताया गया कि पूजा का फल क्या होता है एक सेठ बहुत ज़्यादा धर्म ध्यानी थे वो हमेशा पूजा पाठ में लगे रहते थे जबकि उसकी पत्नी पूजा पाठ से दूर रहती थी और उसे पूजा में कोई विश्वास नहीं था एक दिन सेठ की पत्नी के मन में भी पूजा का भाव आया और उसने अपने नौकर से कहा के बाग से फूल ले आओ।नौकर बच्चे के साथ बाग में फूल लेने गया जहाँ पर बच्चे को साँप ने डस लिया फिर सेठ की पत्नी भागी भागी सेठ के पास मंदिर पहुँची लेकिन सेठ जी पूजा में लीन थे और उन्होंने उसकी एक भी बात नहीं सुनी और पूजा करते रहे सेठानी ने बच्चे को ले करके सेठ जी के बराबर में मृत रूप में लिटा दिया और फूट फूट कर रोने लगी 

जब सेठ जी पूजा करके उठे तो उन्होंने अपने बेटे को मृत अवस्था में लेटा हुआ देखा।तब सेठ जी ने मन में जिनेंद्र भगवान के सामने अपने भाव रखें कि हे भगवान मेरी पत्नी ने पहली बार पूजा का भाव किया है इसलिए उसका पूजा का भाव ना टूटे इसलिए आज तक मैंने जितना भी पुण्य किया है उस पुण्य का फल देते हुए मेरे बेटे को जीवित कर दें जिससे पत्नी के मन में जिनेंद्र भगवान के प्रति श्रद्धाभाव बना रहे और तब सेठ जी ने णमोकार मंत्र पढ़ते हुए बच्चे के ऊपर गंदोदक जल को छिड़का वैसे ही बच्चा उठ करके खड़ा हो गया।उसके बाद उसकी पत्नी ने कहा कि सेठ जी आज आपके धर्म के कारण बच्चा जीवित हुआ और यह सब जिनेंद्र भगवान की कृपा से हुआ आज से में भी प्रतिदिन जिनेंद्र भगवान की पूजा करूँगी और उसके बाद वो प्रतिदिन पूजा पाठ करने लगी।इस नाटक के माध्यम से यह दर्शाया गया कि पूजा पाठ व अच्छे कर्मों का फल मनुष्य को ज़रूर मिलता है।अच्छे कर्म करेंगे तो अच्छा फल मिलेगा।जिस प्रकार पूजा करने से सेठ जी के ऊपर भगवान की कृपा हुई और बच्चा जीवित हो गया।

   

इस अवसर पर महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्षा साधना जैन,मंत्री रेखा जैन,शशी जैन पुष्पा जैन विभा जैन पूनम जैन गीता जैन सुनीता जैन वीणा जैन लता जैन मंजू जैन आदि का विशेष सहयोग रहा।इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्री DK जैन और अतिथि के रूप में विजय लक्ष्मी जैन उपस्थित थीं। इस कार्यक्रम को मंदिर समिति का पूर्ण सहयोग रहा। 

जिसमें जैन समाज के प्रवक्ता अजय जैन अध्यक्ष जम्बू प्रसाद जैन मंत्री प्रदीप जैन सांस्कृतिक मंत्री प्रदीप जैन राजू जैन आदि का विशेष सहयोग रहा ।इस कार्यक्रम की सभी जैन समाज के लोगों ने भूरी भूरी प्रशंसा की तथा इस तरह के कार्यक्रम आगे भी करने की प्रेरणा दी।

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