गुरुवार, 29 सितंबर 2022

राष्ट्रीय बाल सरंक्षण आयोग ने डीएम, एसएसपी और नगर आयुक्त को नाबालिग बच्चों को काटे जाने की घटनाओं में जारी किया नोटिस

 

गाजियाबाद_ अभी विगत हाल में गाजियाबाद में पालतू कुत्तों द्वारा किए गए हमलों में दिनांक 3-9-22 को संजय नगर सेक्टर 23 के पार्क में 10 वर्ष के बच्चे के चेहरे से उसका मांस निकाल लिए जाने पर बच्चे को लगभग 150 टांके आने, दिनांक 5-9-22 को राजनगर एक्सटेंशन की चार्म्स केसिल सोसायटी की लिफ्ट में मासूम बच्चे को काटे जाने तथा जीटी रोड स्थित कीर्तन वाली गली में 13 वर्षीय बच्चे को गंभीर रूप से काटे जाने एवं कस्बा लोनी में झूला झूल रही बच्ची का कान काट लिए जाने पर डाक्टरों द्वारा सर्जरी के जरिए कान लगाए जाने पर लगभग 4 से 6 लाख का खर्च आने की बहुत ही दुखद घटनाएं घटित हुई थीं, जिस पर मानवाधिकार कार्यकर्ता विष्णु कुमार गुप्ता द्वारा माननीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय बाल सरंक्षण आयोग, नई दिल्ली को पालतू कुत्तों का पंजीकरण, वैक्सिनेशन, टीकाकरण के साथ घर से बाहर कुत्तों को निकालने पर उनके मुंह पर जालीदार मास्क लगाने, निराश्रित कुत्तों का वधियाकरण कराने, उनको शेल्टर होम में रखने एवं इस संबंध में नगर निगम द्वारा प्रभावी नीति बनाने, पीड़ित बच्चों का बेहतर इलाज कराने तथा उनको आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग सम्बन्धी  जनहित में एक याचिका प्रेषित की  गई थी । माननीय अध्यक्ष ने याचिका  स्वीकार करते हुए गाजियाबाद में कुत्तों द्वारा नाबालिग बच्चों को काटे जाने की घटनाओं में जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं नगर आयुक्त गाजियाबाद  को नोटिस जारी करते हुए 20 दिन के अन्दर 4 बिंदुओं पर 1- प्रकरण में अभिभावकों द्वारा थाने पर दर्ज कराए गए मामलों में पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही की रिपोर्ट, 2-पीड़ित बच्चों के इलाज की व्यवस्था और आवश्यक वित्तीय सहायता के संबंध मे की गई कार्यवाही की रिपोर्ट, 3- प्रकरण में संबंधित सुझावो पर पारित रिपोर्ट एवं 4-अब तक की गई कार्यवाही की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए आदेशित किया गया है। एडवोकेट गुप्ता का कहना है कि कुत्तों द्वारा सबसे ज्यादा अपने दांतों से नुकसान पहुंचाया जाता है, यदि इन पालतू कुत्तों के मुंह पर मजल कवर/जालीदार मास्क लगा होता तो यह  घटनाएं नहीं होती ।

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