शनिवार, 24 सितंबर 2022

26 सितंबर से शुरू हो रहे हैं नवरात्र, इस बार मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगीः आचार्य दीपक तेजस्वी


गजियाबादः आचार्य दीपक तेजस्वी ने कहा कि शक्ति साधना में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व है। मां की आराधना से हमें ना सिर्फ शक्ति प्राप्त होती है, बल्कि हमारे सभी कष्टों का अंत भी हो जाता है। इस बार शारदीय नवरात्र सोमवार 26 सितंबर से शुरू हो रहे हैं। आचार्य दीपक तेजस्वी ने बताया कि हर साल शारदीय नवरात्रि पर मां दुर्गा का आगमन प्रस्थानविशेष तरीके से होता है।

सोमवार को मां दुर्गा गज, हाथी की सवारी करते हुए पृथ्वी पर आएंगी। जो कि अत्यधिक वर्षा का सूचक है। इसके प्रभाव से चारों ओर हरियाली होगी। फसलों पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा। रविवार व सोमवार को भगवती हाथी पर आती हैं। शनि व मंगलवार को घोड़े पर, बृहस्पति व शुक्रवार को डोले पर तथा बुधवार को नाव पर आती हैं। मां दुर्गा के हाथी पर आने से अच्छी वर्षा होती है। घोड़े पर आने से राजाओं में युद्ध होता है। नाव पर आने से सब कार्यों में सिद्ध मिलती है और यदि डोले पर आती है तो उस वर्ष अनेक कारणों से बहुत लोगों की मृत्यु होती है। इस बार मां हाथी पर सवार होकर आएंगी जो कि अत्यधिक वर्षा का सूचक है। इसके प्रभाव से चारों ओर हरियाली होगी। फसलों पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा। इस साल शुक्ल व ब्रह्म योग के अदभुत संयोग के साथ नवरात्र का पर्व शुरू हो रहा है। घटस्थापना मुहूर्त सुबह 06 बजकर 11 मिनट से सुबह 07 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। इस प्रकार घट स्थापना के लिए 01 घण्टा 40 मिनट का समय मिलेगा। इसके बाद अभिजित मुहूर्त में घट स्थापना की जा सकेगी जिसका समय सुबह 11 बजकर 48 मिनट से दोपहर 12बजकर 36 मिनट तक रहेगा। अभिजित मुहूर्त में घट स्थापना के लिए 48 मिनट का समय मिलेगा।

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