मुकेश गुप्ता
गाजियाबाद। सुप्रसिद्ध साहित्यकार से. रा. यात्री की पत्नी श्रीमती उषा यात्री की स्मृति में दिया जाने वाला 'स्वयंसिद्धा पुरस्कार' इस बार सुप्रसिद्ध आलोचक डॉ. स्वाति चौधरी, सुप्रसिद्ध नृत्यांगना आभा बंसल और कवयित्री डॉ. भावना कुंअर को प्रदान किया जाएगा। यह वार्षिक पुरस्कार किसी भी क्षेत्र में स्वयं की क्षमता के जरिए अलग मुकाम हासिल करने वाली महिलाओं को प्रदान किया जाता है। निर्णायक मंडल के निर्णय की घोषणा करते हुए श्रीमती यात्री के पुत्र आलोक यात्री ने अवगत करवाया है कि श्रीमती यात्री के अवतरण व निर्वाण दिवस 22 फरवरी को प्रदान किया जाने वाला यह पुरस्कार इस बार कला, साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में देश विदेश के विभिन्न मंचों से अपनी उत्कृष्ट प्रतिभा का प्रदर्शन करने वाली आभा बंसल, डॉ. भावना कुंअर और डॉ. स्वाति चौधरी को एक समारोह में प्रदान किया जाएगा।
गौरतलब है कि श्रीमती यात्री की स्मृति में हर वर्ष अपनी दक्षता सिद्ध करने वाली महिलाओं को 'स्वयंसिद्धा पुरस्कार'' से अलंकृत किया जाता है। अब तक यह पुरस्कार कम आयु में अंग-दान करने वाली कवयित्री मनु लक्ष्मी मिश्रा, कैंसर सर्वाइवर व जेलों में महिलाओं के लिए सैनेट्री पैड मशीनें लगवाने वाली डॉ. स्मिता सिंह, पैरा एथलीट सुवर्णा राज, उदयीमान तलवारबाज दीवा गोयल, युवा अभिनेत्री विदूषी यादव व 'आजादी की दीवानी दुर्गा भाभी' नाटक में केंद्रीय भूमिका निभाने वाली तनु पाल को प्रदान किया जा चुका है। पुरस्कारों की घोषणा करते हुए आलोक यात्री ने बताया कि अलंकरण समारोह आगामी 22 फरवरी को कवि नगर रामलीला मैदान स्थित जानकी प्रेक्षागृह में प्रदान किए जाएंगे। इस अवसर पर कथा रंग द्वारा आयोजित 'कथा संवाद' के अलावा नाटक 'तौलिए' का भी मंचन किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार व लेखक सत्य नारायण शर्मा व मुख्य अतिथि वरिष्ठ लेखक महेंद्र भीष्म होंगे।
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