बुधवार, 20 जुलाई 2022

नारानरयण धर्मार्थ सेवा समिति ने हरिद्वार में लगाया कांवड़ शिविर


हरिद्वार/ नोएडा। धर्म नगरी हरिद्वार में इन दिनों कांवड़ मेला पर कांवड़ियों की धूम है। बड़ी संख्या में लोग दूर-दराज से गंगाजल लेने के लिए शिवभक्त यहां पहुंच रहे हैं। यही वजह है कि आस्थावान लोग शिवभक्त कांवड़ियों के लिए जगह-जगह पर्याप्त सुविधाएं व  भंडारों का आयोजन कर रहे हैं। 

नोएडा, गौतमबुद्धनगर जिले की संस्था  नारानरयण धर्मार्थ सेवा समिति के द्वारा पिछले 14 वर्षों से कावड़ यात्रा पर भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। यह भंडारा हरिद्वार के नए रास्ते पर पहला कावड़ यात्रा भंडारा है। यह भंडारा स्थल हरकी पौड़ी से 45 किलोमीटर की दूरी पर गांव मोहम्मदपुर जट्ट जिला हरिद्वार उत्तराखंड में लगी हुई है। यहां प्रतिदिन औसतन 24 घंटे में 10000  शिवभक्त कांवर लेकर भंडारे में प्रसाद का आनंद लेते हैं। इस भंडारे में 50 शौचालय हैं जिसमें महिलाओं के लिए अलग और पुरुषों के लिए अलग है। स्नान  करने की पर्याप्त सुविधा है।  कांवड़ियों को रुकने की पर्याप्त व्यवस्था भी है तथा चिकित्सा व्यवस्था भी इस कैंप में मौजूद है

नर नारायण धर्मार्थ सेवा समिति के प्रमुख राम अवतार सिंह व नरेश कुच्छल ने बताया कि धर्म नगरी हरिद्वार में कांवड़ियों की सेवा करने का मौका बहुत मुश्किल से मिलता है। इस अवसर पर धर्मनगरी हरिद्वार शिवमय हो जाती है। उन्होंने बताया कि सावन के महीने में हरिद्वार का महत्व कहीं ज्यादा बढ़ जाता है। इस दौरान भगवान विष्णु शयन के लिए चले जाते हैं और धरती के संचालन का जिम्मा शिवजी के पास होता है। इस बीच वे हरिद्वार में ही निवास करते हैं। इस बीच यहां गंगा नदी से जल लेकर शिवजी का जलाभिषेक करने से हजारों अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्य की प्राप्ति होती है। यही कारण है कि देशभर से तमाम कांवड़िए इस बीच हरिद्वार आकर जल भरते हैं और शिव जी का अभिषेक करते हैं।इस अवसर पर संस्था के चेयरमैन रामअवतार सिंह,  नरेश कुच्छल,  दिनेश महावर, मनोज भाटी, संदीप चौहान, सोहनलाल, मूलचंद गुप्ता, राधेश्याम गोयल, जेपी जालौन, प्रवीण चौहान, बृजमोहन राजपूत, सोहन वीर, सुभाष त्यागी, सतनारायण गोयल, ओम प्रकाश शर्मा, अंकित कौशिक, पीयूष वालिया, राजीव अग्रवाल आदि का विशेष सहयोग रहता है।

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