रविवार, 7 जनवरी 2024

रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में श्रीमहंत नारायण गिरि शामिल होंगे

 

मुकेश गुप्ता सत्ता बन्धु

समारोह के लिए विहिप के पदाधिकारियों ने महाराजश्री को निमंत्रण पत्र देकर विशेष रूप से आमंत्रित किया

प्रभु राम की कृपा से ऐसा परम सौभाग्यशाली अवसर प्राप्त होगाः श्रीमहंत नारायण गिरि

गाजियाबादःअयोध्या के राम जन्म भूमि मंदिर में 22 जनवरी को रामलला विराजमान होंगे। भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इस गौरवशाली पल के लिए  श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। 

मदिर के मीडिया प्रभारी एस आर सुथार ने बताया कि श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज को शनिवार को श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण पत्र दिया गया। महाराज श्री को निमंत्रण पत्र विहिप के प्रान्त सह धर्म प्रसार प्रमुख विकास पंवार, महानगर अध्यक्ष आलोक गर्ग, महानगर संगठन मंत्री मनीष सिसोदिया व बजरंगदल संयोजक गौरव सिंह ने दिया। दिल्ली संत महामंडल के संस्थापक राघवेंद्रानंद महाराज उदासीन आश्रम नई दिल्ली  महामंत्री महामंडलेश्वर नवल किशोर दास महाराज, संगठन मंत्री महामंडलेश्वर कंचन गिरि महाराज, कोषाध्यक्ष महंत धीरेंद्र पुरी महाराज समेत 50 साधु-संतों को शुक्रवार को निमंत्रण पत्र दिया जा चुका है। शनिवार को श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज को विधिवत रूप से निमंत्रण पत्र देने के लिए विहिप व बजरंग दल के पदाधिकारी श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर पहुंचे। इस अवसर पर श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा कि यह हम सभी का सौभाग्य है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समारोह का साक्षी बनने का अवसर प्राप्त हो रहा है। जिस पल का साक्षी बनने के लिए देवी-देवता भी तरसते हैं, उस पल के हम प्रभु राम की कृपा से साक्षी बनेंगे। 22 जनवरी के दिन को हम सभी ने दीपावली पर्व की तरह ही मनाना है और अपने घरों को दीयों से सजाकर पूरे विश्व को यह संदेश देना है कि हम सभी के आराध्य प्रभु श्रीराम भव्य राम मंदिर में विराजमान हो गए हैं।   

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें