
गाजियाबाद । स्थानकवासी जैन समाज की आस्था का केंद्र कवि नगर के भूखंड संख्या के बी 46 पर निर्मित जैन स्थानक के रूप में पिछले लगभग 35 वर्षों से भी अधिक समय से चल रहा है जिसमें जनपद गाजियाबाद के साथ-साथ संपूर्ण भारतवर्ष के विभिन्न राज्यों और शहरों से श्रद्धालु और धर्म प्रेमी बंधु लगातार पधारते रहते हैं और विभिन्न धार्मिक क्रियाएं चलती रहती हैं ।आजकल भी उत्तर भारतीय प्रवर्तक पूज्य गुरुदेव सुभद्र मुनि महाराज साहब, और पूज्य अमित मुनी महाराज साहब ठाणे 6 के सानिध्य में चतुर्मास चल रहा है । जुलाई माह से प्रारंभ हुए इस चातुर्मास में दिन प्रतिदिन बड़ी भारी संख्या में श्रद्धालु पधारते हैं धार्मिक क्रियाएं, णमोकार मंत्र का जाप, सामायिक और गुरुओं के प्रवचन(सत्संग), संस्कारों की शिक्षा ,धर्म सभाएं,मंगल पाठ इत्यादि चलते रहते हैं। इस भवन में जैन धर्म ग्रंथो से सुसज्जित एक उत्कृष्ट लाइब्रेरी बनाई गई है और काफी बड़ा एक हाल है जिसके अंदर प्रवचन इत्यादि अन्य धार्मिक क्रियाएं चलती रहती हैं। जैन धर्म के महामंत्र णमोकार मंत्र की स्थापना की गई है। यह जैन धर्म स्थानक गाजियाबाद के स्थानकवासी जैन समाज की आस्था का केंद्र है और बहुत बड़ी संख्या में धर्म प्रेमी दिन प्रतिदिन यहां पर आकर धर्म लाभ लेते हैं । संज्ञान में आया है कि बैंक द्वारा ऐसा प्रतीत होता है कि जानबूझकर या किसी षड्यंत्र के तहत इस भवन के मूल दस्तावेज रखकर गिरवी रख लिया है और एक फर्म की गारंटी के रूप में गिरवी रखा बताया गया है लगभग 12 वर्षपूर्व यह गिरवी रखा गया है जबकि 35 वर्षों से भी अधिक समय से यह भवन जैन धर्म स्थानक( मंदिर) के रूप में जैन समाज के सभी धर्म प्रेमियों द्वारा प्रयोग में लाया जा रहा है। यहां पर बड़े-बड़े संतों का आवागमन लगा रहता है और चातुर्मास के दिनों में 4 महीने यहां पर संतो का निवास भी रहता है।
समझ के परे है कि जैन धर्म स्थानक (मंदिर) को किसी भी बैंक में कभी भी गिरवी नहीं रखा जा सकता ऐसा नियम बताया गया है तो कैसे इसको 12 वर्ष पूर्व बैंक में गिरवी रख दिया अधिकारियों ने भौतिक सत्यापन भी किया होगा और देखा होगा कि भवन में धार्मिक क्रियाएं चल रही हैं और यह भवन जैन धर्म स्थानक के रूप में प्रयोग में लाया जा रहा है वैल्यू करने वाले ने कैसे वैल्यू बनाई होगी और रिपोर्ट में इसको क्यों जैन धर्म स्थानक नहीं लिखा होगा और बैंक में यह है रहन रखा गया जो कि हो नहीं सकता था ।
उपरोक्त से आहत होकर जैन समाज के सभी धर्म प्रेमियों ने और एसएस जैन सभा के पदाधिकारीयों ने एक बैठक करके निर्णय लिया कि इसका विरोध किया जाना चाहिए और अपने आस्था के केंद्र जैन धर्म स्थानक को बचाने के लिए धर्म रक्षा के लिए उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा जाना चाहिए और भारतवर्ष के प्रधानमंत्री को भी इस विषय में पत्र लिखकर अवगत कराना चाहिए जिससे अल्पसंख्यक जैन समाज के साथ न्याय हो सके और जनपद गाजियाबाद में स्थित एकमात्र जैन धर्म स्थानक की रक्षा हो सके।
आज जैन धर्म स्थानक के हाल में एक बैठक करके जैन समाज के प्रमुख धर्म प्रेमियों और से जनसभा के पदाधिकारीयों ने उपरोक्त निर्णय लिए और सर्वसम्मति से डॉ.अतुल कुमार जैन को संघर्ष समिति का संयोजक बनाया। बैठक के उपरांत जैन समाज के प्रतिनिधियों ने भवन के बाहर जैन धर्म और जैन धर्म स्थानक की रक्षा हेतु प्रदर्शन भी किया।
आज की बैठक में घनश्याम दास जैन,रमेश चंद्र जैन, सुशील कुमार जैन,सुरेश जैन, मनोज जैन,प्रवीण जैन,सुरेश जैन, सुनीता जैन,करुण जैन इत्यादि के अतिरिक्त जैन समाज के अन्य पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे।
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