गाजियाबाद । लोकतंत्र रक्षक सेनानी स्वर्गीय सेवाराम बग्गा के 88 में जन्मदिवस के उपलक्ष में रविवार की रात्रि में सुप्रसिद्ध पार्श्व गायक स्वर्गीय मोहम्मद रफी के गीतों की एक संगीत संध्या का आयोजन प्रताप विहार स्थित सेवाराम बग्गा अकादमी का म्यूजिक एंड आर्ट (एस बी रिकार्ड्स एंड स्टूडिओस ) के ऑडिटोरियम में किया गया
जिसका शीर्षक "" रफी के यादगार रंग-- अभिजीत शर्मा के संग "" दीप प्रज्वलन एवं गणेश वंदना साथ हुई कार्यक्रम की शुरुआत के पश्चात् संजय बग्गा सहित 6 बेहतरीन गायक /गायिकाओं ने अपनी मखमली आवाजों से समा बांध दिया मुख्य रूप से आमंत्रित गायक अभिजीत शर्मा जिनकी आवाज मोहम्मद रफी जी के बिल्कुल करीब जान पडती है, पूरे कार्यक्रम के दौरान मंच पर छाए रहे उनके फैंस बार-बार खड़े होकर उनका अभिवादन करते रहे केवल 16 वर्ष की आयु में अभिजीत शर्मा ने दुनिया भर में अपनी पहचान बनाई है इसके अलावाआमंत्रित कलाकारों मे पीयूषशर्मा,जेन्या विश्वकर्मा, अदिति शुक्ला, इरफान अहमद आदि ने अपने गीतों पर दर्शकों की खूब वाह वाही लूटी.गिटार पर जिमी लुइस, तबला गुलशन कुमार, और बलवंत सिंह कीबोर्ड ने कार्यक्रम को संगीत से संवारा
मंच का संचालन गायक संगीत निर्देशक एवं एस बी रिकॉर्ड्स अकैडमी के मैनेजिंग डायरेक्टर संजय बग्गा ने बखूबी से निभाया
मैं यह सोचकर उसके दर से उठा था, तुम मुझे यूं भुला न पाओगे, पत्ता पत्ता बूटा बूटा हाल हमारा जाने है, मुझे तेरी मोहब्बत का सहारा मिल गया होता, मेरा तो जो भी कदम है तेरी राहों में है, सलामत रहे दोस्ताना हमारा, ओ दूर के मुसाफिर आदि पचास से अधिक गीत प्रस्तुत किये गए साथ ही स्वर्गीय श्री सेवाराम बग्गा जी को समर्पित एक लघु नाटिका शीर्षक ""पापा की डायरी"" का भावपूर्ण मंचन भी अकादमी के कलाकारो द्वारा किया गया आमंत्रित अतिथि गणों में विशेष रूप से शामिल श्री एन के अग्रवाल जी, राजीव बग्गा एडवोकेट, सपा नेता, सिंगराज अमित बग्गा उर्फ़ सोनू भाजपा नेता, संजय पांडेय समाजसेवी, तरुण शर्मा वरिष्ठ भाजपा नेता राजीव सतीजा गौतम कपूर हेमंत कुमार राज ठाकुर तथा अन्य 100 से भी अधिक दर्शकों ने कार्यक्रम का आनंद उठाया इस अवसर पर सभी गायक गायकायों, एवं आमंत्रित अतिथियों को एसबी रिकॉर्ड्स के डायरेक्टर संजय बग्गा एवं सचिव श्रीमती नीरू बग्गा द्वारा स्मृति चिन्ह पुरस्कार आदि भेंट किए गए कार्यक्रम के उपरांत एच बी रिकॉर्ड्स की और से भोजन की व्यवस्था भी की गई थी अंत में संजय बग्गा एवं श्रीमती नीरू बग्गा द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम जारी रखने की घोषणा की,



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