मंगलवार, 18 अक्तूबर 2022

जैनों की आस्था के केंद्र गिरनार तीर्थ स्थल को सुरक्षित किया जाए : जैन एकता मंच

 

 गाजियाबाद। जैनों के आस्था केंद्र गिरनार तीर्थ क्षेत्र को सुरक्षित करना । जैन एकता मंच जैन तीर्थ की सुरक्षा हेतु किसी भी सीमा तक जाने को तैयार है।  जैन एकता मंच के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय जैन ने बताया कि जैन एकता मंच द्वारा आपातकालीन बैठक का आयोजन किया गया जिसमें यह तय किया गया कि गुजरात में स्थित गिरनार तीर्थक्षेत्र जैन संप्रदाय का एक पवित्र पूज्यनीय आस्था का केन्द्र है जिस पर कुछ असामाजिक तत्व और धर्म विरोधी लोगों द्वारा उस पर क़ब्ज़ा करने करने का प्रयास करके अपवित्र किया जा रहा है और सरकार मौन धारण किये हुए बैठी है। 

जिससे जैन समाज में भारी रोष उत्पन्न हो रहा है।इस बैठक में तय किया गया कि देश के माननीय माननीय राष्ट्रपति माननीय प्रधानमंत्री गृहमंत्री और गुजरात के मुख्यमंत्री को तुरंत पत्र लिख करके उन्हें अपने विचारों से अवगत कराया जाये।जैन धर्म के पवित्र तीर्थ स्थल गिरनार तीर्थ जी को जैन धर्म के लोगों को सुपुर्द किया जाए और उसकी रक्षा हेतु उचित क़दम उठाए जायें।

इस अवसर पर जैन एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश जैन ने कहा कि अगर गुजरात और केंद्र सरकार इस ओर ध्यान नहीं देती है तो जैन धर्म के लोग एकत्रित हो करके श्री गिरनार तीर्थ क्षेत्र की रक्षा हेतु उचित क़दम उठाने के लिए मजबूर होंगे जिसकी समस्त ज़िम्मेदारी गुजरात व केंद्र सरकार की होगी।बैठक में तय किया गया कि जैनों की आस्था के केंद्र गिरनार तीर्थ स्थल को सुरक्षित किया जाए,भगवान नेमनाथ जी की कर्मस्थली और लाखों मुनियों की तपस्या स्थली आस्था के केंद्र गिरनार पर्वत जैन धर्म की भावनाओं के अनुरूप केन्द्र व राज्य सरकार सुरक्षित करने का कार्य करें जिससे जैन समाज में बरसों से फैल रहे रोष को कम किया जा सके इस बैठक में यह भी तय किया गया कि अगर केंद्र और राज्य सरकारें इस ओर ध्यान नहीं देती है तो मजबूरन जैन समाज के लोग जैन एकता मंच के बैनर तले आ करके आने वाले चुनावों में एकत्रित हो करके सरकार के विरोध में अभियान चलाकर के वोट डालने का कार्य करेंगे तथा पूरे देश में जगह जगह रैली,धरना,प्रदर्शन आदि करने के लिए भी मजबूर होंगे।जैन समाज हमेशा से केंद्र और राज्य सरकार के पक्ष में खड़ी रही है और आगे भी खड़ी रहेंगी अगर जैन समाज की भावनाओं को केंद्र व राज्य सरकार ध्यान नहीं देती है तो मजबूरन जैन समाज को भाजपा के विरोध में कार्य करना पड़ेगा।जैन समाज हमेशा से अहिंसावादी रहा है तथा उसी में विश्वास रखता है लेकिन अपनी रक्षा के लिए वह भामाशाह बनने के लिए भी तैयार है।जैन समाज देश में सबसे अधिक आयकर व अन्य टैक्स देता है तथा देश सेवा के अलावा सभी प्रकार के देश हित कार्यों में बढ़ चढ़कर तन मन धन से साथ देता है इसलिए जैन समाज केन्द्र व राज्य सरकारों से निवेदन करती है कि जैनों की आस्था के केंद्र गिरनार तीर्थ क्षेत्र को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने का कार्य करें जिससे जैन समाज के लोग वहाँ पर नियमित दर्शन व पूजा कर सकें।जैन समाज हमेशा की तरह केंद्र व राज्य सरकार के प्रति अपना पूर्ण योगदान देता रहे।जैन एकता मंच द्वारा भारत के माननीय राष्ट्रपति,माननीय प्रधानमंत्री,माननीय गृह मंत्री,गुजरात के मुख्यमंत्री को खुला पत्र लिखकर के उपरोक्त माँग की गई है तथा माँग पूरी न होने पर उसकी समस्त ज़िम्मेदारी केंद्र व राज्य सरकार की होगी इस अवसर पर जैन एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश जैन महामंत्री प्रमोद जैन राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय जैन राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मनीष जैन राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष सुनीता जैन काला राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष गौरव जैन राष्ट्रीय सह मंत्री मुकेश जैन समेत सैकड़ों की संख्या में जैन एकता मंच के प्रतिष्ठित पदाधिकारी जो कि विभिन्न राज्यों से आए शामिल थे।

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