शनिवार, 4 मई 2024

वरदान स्पेशलिटी हॉस्पिटल में दिव्यांग बच्चों के लिए नेशनल हेल्थ फेस्ट-2024 का सफलतापूर्वक आयोजन हुआ

 

                    मुकेश गुप्ता सत्ता बन्धु

गाजियाबाद। स्पेशल ओलंपिक्स भारत-उत्तर प्रदेश के द्वारा 4 मई, 2024 को वरदान स्पेशलिटी हॉस्पिटल,  गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश में दिव्यांग बच्चों  के लिए नेशनल हेल्थ फेस्ट-2024 का सफलतापूर्वक आयोजन किया। नेशनल हेल्थ फेस्ट-2024  में उत्साहजनक उपस्थिति और प्रभावशाली भागीदारी देखी गई, जिसमें 600 दिव्यांग बच्चों की स्वास्थ्य की जांच अत्यंत देखभाल और समर्पण के साथ की गई। इस आयोजन का उद्देश्य दिव्यांग बच्चों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को प्राथमिकता देना है, यह सुनिश्चित करना कि उन्हें वह देख-रेख और समर्थन मिले जिसके वे हकदार हैं।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. मल्लिका नड्डा उपस्थित रही और उन्होंने स्पेशल ओलंपिक्स-उत्तर प्रदेश के नये  कामों की प्रशंसा करते हुए कहा की ऐसे स्वास्थ कैंप देश भर में आयोजित करने  चाहिये  । इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप  नोवमान अहमद (प्रबंध निदेशक- एच.एस.सी.सी) ने अपने भाषण कहा की इस प्रकार के कार्यक्रमों उनकी संस्था की ओर से हमेश हर मुमकिन सहायता प्रदान की जायेगी इस कार्यक्रम से जोड़ कर उनको बड़ी खुशी महसूस हुई।

विशेष अतिथि के रूप मुकेश शुक्ला  (अध्यक्ष-स्पेशल ओलंपिक्स भारत-उत्तर प्रदेश) ने कहा की  स्पेशल ओलंपिक्स भारत-उत्तर प्रदेश अगला ओलंपिक्स भारत में उत्तर प्रदेश में  हो इसके प्रयास में, मैं और मेरी संस्था निरंतर प्रयास कर रही है। कार्यक्रम के आयोजक व राज्य समिति के सदस्य  ललित जयसवाल  ने कहा की हम इस स्वस्थ कैंप को उत्तर प्रदेश हर जिले तक लेके जायेंगे, वरदान अस्पताल में होने वाले यह  कैंप को लगातार जारी रखा जायेगा, दिव्यांग बच्चों के लिए हम हर मुमकिन प्रयास करेंगे।

स्पेशल ओलंपिक भारत-उत्तर प्रदेश,  के. वी. एस. सिरोही (चेयरमैन- वरदान स्पेशलिटी हॉस्पिटल), CMO Ghaziabad, एमिटी विश्वविद्यालय, स्पेशल ओलंपिक्स भारत की पूरी टीम एवं एच.एस.सी.सी को विशेष धन्यवाद देता है। नेशनल हेल्थ फेस्ट-2024 को सफल कार्यक्रम बनाने में योगदान देने वाले सभी प्रतिभागियों, स्वयंसेवकों, प्रायोजकों और समर्थकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता है। इस उद्देश्य के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता की सराहना करता है।

कार्यक्रम के आयोजक व राज्य समिति के सदस्य  ललित जयसवाल  ने बताया कि स्पेशल ओलंपिक भारत दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्य करने वाला आज भारत का एक प्रमुख और सक्षम संगठन के रूप में समाज में जाना जाता है। स्पेशल ओलंपिक भारत वर्ष 2023 में बर्लिन ओलंपिक्स में 199 मैडल  लाकर भारत के गौरव को बढ़ाने का काम किया। करोना महामारी के बाद जब दो वर्ष तक मानसिक दिव्यांगता क्षेत्र में काम करने वाले बच्चों सहित सम्पूर्ण समाज घरों में रह रहा था तब स्पेशल ओलंपिक भारत ने  यह लक्ष लिया की अब हमारे बच्चे घरों से बहार निकलेंगे और पुनः खेल के क्षेत्र से लेकर अन्य क्षेत्रों में भी आगे बढ़ेंगे।  इसके संदर्भ में, उस समय अध्यक्षा श्रीमती मलिका नड्डा जी के नेतर्त्व में हमने पुरे देश में यह तय किया की हम आज़ादी के अमृत महोत्सव पर देश के 75 जिलों में 7500 मेडिकल प्रोफेशनल के साथ मिल कर 75000 से ज्यादा मानसिक दिव्यांग बच्चों का  हेल्थ कैंप करके "Return to Play" प्लान के साथ उनको दुबारा खेल के मैदानों में लेकर आएंगे और हमारे इस कार्यक्रम  को बहुत बड़ी सफलता मिली। इस कार्यक्रम के दौरान स्पेशल ओलंपिक भारत ने कुल 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में 102037 बच्चों की हेल्थ स्क्रीनिंग  139 विभिन्न  स्थानों  पर की। जिसमे  स्पेशल ओलंपिक भारत  ने  गिनीज बुक रिकॉर्ड, एशिया बुक रिकॉर्ड और लीमा बुक रिकॉर्ड ( प्रयास किया गया) आदि रिकॉर्ड प्राप्त किये।


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