मंगलवार, 23 सितंबर 2025

पूर्व सांसद ने रमेश चन्द्र तोमर ने कविनगर रामलीला समिति पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, पूर्व सांसद ने अध्यक्ष व महामंत्री को 20-20 करोड़ के मानहानि का भेजा नोटिस



                           विशेष संवाददाता

गाजियाबाद । भाजपा के  चार बार रहे पूर्व सांसद रमेश चंद तोमर ने श्री धार्मिक रामलीला समिति कविनगर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि रामलीला संचालन के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। उन्होंने नाराजगी जताई कि समिति के आजीवन सदस्य होने के बावजूद उन्हें समिति से बाहर कर दिया गया। पूर्व सांसद रमेश चंद तोमर ने मंगलवार को नवयुग मार्केट में पत्रकार वार्ता कर बताया कि रामलीला समिति के दो पदाधिकारी ललित जायसवाल (अध्यक्ष)  व भूपेन्द्र चौपड़ा  (महामंत्री) पर मानहानि का 20-20 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा है।  उन्होंने  बताया कि समिति ने बाहर किए जाने का जो नोटिस मुझे भेजा गया उसमें बताया कि वह तीन साल से सीमित की बैठक में मौजूद नहीं हुए।

उन्होंने कहा कि संस्था की पंजीकृत नियमावली में सदस्यता निरस्त करने का अनुपस्थित रहना का कोई कारण नहीं बनता। कोई भी नियम संस्था द्वारा पंजीकृत नियमावली में संशोधन किए बिना प्रभावी नहीं है। पूर्व सांसद ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में डिप्टी रजिस्ट्रार को भी पत्र लिखकर सदस्यता समाप्त करने का प्रावधान पूछा था। इस पर डिप्टी रजिस्ट्रार ने पत्र का जवाब देते हुए बताया कि वर्तमान संस्था जो पंजीकृत नहीं है और मामला कोर्ट में विचाराधीन है ऐसे में संस्था द्वारा किसी की सदस्यता को समाप्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि रामलीला के लिए चंदे के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। अवैध गेट बनवाकर उस पर विज्ञापन लगवाकर वसूली हो रही है। जीएसटी नहीं दी गई। इसे सहन नहीं किया जाएगा। प्रेसवार्ता में कविनगर रामलीला समिति के पूर्व अध्यक्ष रामकुमार तोमर, लालचंद शर्मा, पूर्व पार्षद हिमांशु मित्तल, पूर्व महामंत्री रामगोपाल, तरुण राय अग्रवाल, सौरभ जायसवाल, विरेश त्यागी आदि मौजूद रहे। कविनगर रामलीला समिति को अवैध बताया पूर्व सांसद ने डिप्टी रजिस्ट्रार, फार्म्स सोसाइटीज एवं चिट्स के एक पत्र का हवाला देते हुए बताया कि वर्तमान में कार्यरत समिति अवैध एवं अवैधानिक है। 12 जून 2022, 11 मई 2025 के क्रम में सूची वर्ष 2022-2023, सूची वर्ष 2025-2026 को कार्यालय द्वारा पंजीकृत नहीं किया।

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