मुकेश गुप्ता
गाजियाबाद । प्राचीन सिद्ध पीठ श्रीबाला त्रिपुर सुन्दरी देवी मंदिर में शारदीय नवरात्रि के पवित्र की शुरूआत 22 सितंबर से हुई थी और 1 अक्टूबर को इसकी समाप्ति होगी। नवरात्रि में अष्टमी नवमी का खास महत्व होता है। अष्टमी के दिन महागौरी और नवमी के दिन सिद्धिदात्री मां का पूजन किया जायेगा। अष्टमी को शोभायात्रा जबकि 1 अक्टूबर को नवमी को मनाई जाएगी। हवन के बिना नवरात्रि की पूजा अधूरी मानी जाती है.कल नवमी तिथि पर दैवी मंदिर के महंत गिरीशानंद गिरि महाराज ने श्रीदुधेश्वर वेद विद्यापीठ के आचार्य एवं विध्वान पंडितों के मन्त्रोंउच्चारण के द्वारा भक्तों एवं श्रद्धालुओं ने महायज्ञ में घी एवं सामग्री द्वारा हवन में आहुतियां दी तत्पश्चात दोपहर भव्य पंखा शोभायात्रा निकाली तत्पश्चात मंदिर भव्य आरती की । जो दुधेश्वरनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरी जी महाराज के आशीर्वाद से नवरात्रि महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। जो कि शहर के विभिन्न बाजार होते हुए निकाली । इसमें भक्तों द्वारा जगह जगह पंखा शोभायात्रा का स्वागत किया जोकि देवी मंदिर से होती हुई दिल्ली गेट, डासना गेट, रमते राम रोड ,गंज राइट, गंज घंटाघर, जीटी रोड से कीर्तन वाली गली बजरिया से घंटाघर हनुमान चोपला मंदिर होती हुई नवयुग मार्केट चंद्रपुरी से सीधी देवी मंदिर पहुंचेगी।
सैकड़ों लोगों ने नवरात्रि पर माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त किया। एवं नवरात्रि के मौके पर मंदिर दर्शन करने लिए सैकड़ों भक्तों एवं श्रद्धालुओं का आवागमन होता है एवं माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त करतें हैं मंदिर महंत गिरीशानंद गिरि जी महाराज ने बताया कि शारदीय नवरात्रि में पूरे नौ दिन मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की उपासना का विधान है। नवरात्रि में अष्टमी-नवमी का खास महत्व होता है। अष्टमी के दिन महागौरी और नवमी के दिन सिद्धिदात्री
मां का पूजन किया जाता है । अष्टमी और नवमी दोनों दिन कन्या पूजन करना विशेष फलदायी माना जाता है। कन्या पूजन के बाद ही भक्तों के नवरात्रि व्रत संपन्न माने जाते हैं। इसमें 2 से 11 साल की बच्चियों की पूजा की जाती है. माना जाता है कि अलग-अलग रूप की कन्याएं देवी के अलग-अलग स्वरूप को दशार्ती हैं। मीडिया प्रभारी एस आर सुथार ने बताया कि 1अक्टूबर को कन्या पूजन एवं विशाल भंडारा का आयोजन किया जाएगा । जिसमें सभी साधु संत महात्मा एवं श्रद्धालुओं को भंडारे का प्रसाद ग्रहण करेंगे आज शाम हवन किया गया । जिसमें महंत विजयगिरि जी महाराज शिव मंदिर आदि भक्तों ने महायज्ञ में आहुति दी ।


कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें