गुरुवार, 13 जुलाई 2023

औद्योगिक विकास में बाधा बन रही अधूरी परियोजनाएं पूरी की जाए---सुरेन्द्र सिंह नाहटा

 

गौरव गुप्ता सत्ता बन्धु

नोएडा। एमएसएमई इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह नाहटा ने एनसीआर की कनेक्टिविटी के लिए जरूरी सड़क परियोजनाओं में देरी का मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष उठाया है। इन परियोजनाओं की सुस्त रफ्तार से उद्योग पर पद रहे असर से अवगत कराया गया है।

संस्था के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह नाहटा ने बताया कि किसी भी औद्योगिक शहर की कल्पना बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के बिना नहीं की जा सकती। गौतमबुद्ध नगर में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए जेवर एयरपोर्ट, दिल्ली एयरपोर्ट से मेट्रो के जरिये कनेक्टिविटी, मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक हब जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। परंतु कई परियोजनाओं में देरी एनसीआर की आपस में कनेक्टिविटी की राह में बड़ी अड़चन बनी हुई है। इन परियोजनाओं में देरी का असर न केवल नोएडा-ग्रेटर नोएडा के 25 हजार से ज्यादा उद्योगों बल्कि लाखों श्रमिकों पर पड़ रहा है।

ऐसे ही कई प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं, जिनको कारोबार की दृष्टि से जल्द पूरा करना बेहद जरूरी है। विश्वभर के निवेशकों की नजरें नोएडा-ग्रेटर नोएडा पर हैं। दिल्ली-एनसीआर के विकास और औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा तभी मिलेगा, जब इंफ्रास्ट्रक्चर  को मजबूती प्रदान की जाएगी। रोड नेटवर्क को और अधिक मजबूत किए जाने की जरूरत है।

इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं को गति देने की मांग उठाई :-

-भंगेल एलिवेटेड रोड :- दादरी-सूरजपुर-छलैरा (डीएससी) मार्ग पर भंगेल एलिवेटेड रोड का निर्माण अगस्त 2020 में शुरू हुआ था। निर्माण कार्य अभी आधा ही हो पाया है। इस परियोजना के पूरा न होने से नोएडा के फेस-दो औद्योगिक क्षेत्र के अलावा नोएडा से ग्रेटर नोएडा, दादरी के बीच आवाजाही बाधित है। इसका बुरा असर आम जन मानस, व्यापार और उद्योगों पर पड़ रहा है।

-चिल्ला एलिवेटेड रोड :- यह परियोजना दिल्ली से नोएडा-ग्रेटर नोएडा ही नहीं बल्कि यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते दिल्ली से लखनऊ और आगरा के बीच आवाजाही करने वालों के लिए बेहद जरूरी है। रोजाना लाखों वाहन दिल्ली-नोएडा लिंक रोड के लंबे जाम में फंसते हैं। साल 2019 में परियोजना का शिलान्यास हुआ और कुछ समय बाद काम बंद हो गया। जो आज तक शुरू नहीं हो सका है।

--नोएडा-फरीदाबाद कनेक्टिविटी :- नोएडा को फरीदाबाद के रास्ते सोहना होते हुए गुरुग्राम से जोडऩे वाली परियोजना पर अब तक काम नहीं हुआ है। नोएडा व फरीदाबाद के बीच यमुना पर वर्षों से दो जगह पुल बनाए जाने प्रस्तावित हैं, लेकिन यूपी और हरियाणा के बीच अब तक सहमति नहीं बन पाई है।

-मंझावली पुल :- फरीदाबाद बड़ा मैन्युफेक्चरिंग हब है। ग्रेटर नोएडा को फरीदाबाद से जोडऩेे के लिए हरियाणा की सीमा में मंझावली पुल का निर्माण पिछले करीब आठ वर्षों से लंबित है। इसके बनने से ग्रेटर नोएडा से फरीदाबाद और गुरुग्राम के बीच दूरी कम हो जाएगी।


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