बुधवार, 9 जुलाई 2025

उपभोक्ताओं के जी का जंजाल बने स्मार्ट मीटर

 

 कई महीनों से नहीं आए बिल,उपभोक्ता परेशान

 मुंह देख कर मीटर लगा रहे कम्पनी के कर्मचारी

                        मुकेश गुप्ता

गाजियाबाद । उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर ऊर्जा निगम द्वारा प्रदेश भर मे लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के जीं का जंजाल बन गए हैं। सबसे ज्यादा बुरा हाल गाजियाबाद का है यहां विद्युत विभाग के अधिकारियों की साठगांठ से जिस खंड अधिकारी के क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगे है वहाँ छ से सात माह के बाद भी बिल नहीं आए है। जिससे उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि एक मुश्त बिल कैसे भरा जाएगा। यही मीटर लगाने वाली कम्पनी के कर्मचारियों की तानाशाही व मनमानी इस कदर बढी हुई है जहां चाहा वहां मीटर लगा दिया जहां चाहा नहीं लगाया। विजयनगर ,प्रताप विहार, सिद्धार्थ विहार में तो इतना बुरा हाल हैं कि सिद्धार्थ विहार में बनी ईडब्ल्यूएस, एल आई जी फलैटों मे एक एक ब्लॉक मे 16 फलैट है उनमे कर्मचारियों ने केवल 6 मीटर लगा दिए बाकी 10 फलैटों मे नहीं लगाए। जिनके स्मार्ट मीटर लगे है उनके करीब 6 महीने से बिजली बिल नहीं आए है । उपभोक्ताओं का कहना है कि लोग इकट्ठा बिल कैसे भरेंगे। गरीब की मसीहा सरकार के राज्य मे गरीब परिवार बिजली विभाग का उत्पीडन झेल रहा है।

*प्रताप विहार/सिद्धार्थ विहार के बिजली अधिकारी की साठगांठ से बिजली चोरी हो रही है यहाँ क्षेत्र में स्ट्रीट लाइटों के खम्बों से रात्रि में कबाड़ी, ठेलों पटरी व आवासीय योजना में दुकानें खुलवाकर बिजली चोरी करवा रहे हैं इन बातो का उपखंड अधिकारी, जे ई,लाईन मैंन को पता है वो कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं*।

 *बिलिंग क्लर्क और मीटर रीडर की साठगांठ से लोड बढा कर भरी सर्दियों गर्मियों में हजारों रपये के बिल  भेज दिया गया। लोग कम करने के लिए जब बिजली घर के चक्कर लगाता है उसे धमकाकर भगा दिया जाता है और पीडी कराने पर जोर दिया जा रहा है और तो और सौ पाचं सो स्टांप एग्रीमेंट पर बिजली के कनेक्शन देने का खेल किया जा रहा है। यह दलालों की साठगांठ से कर्मचारी कर रहे हैं जबकि कोई व्यक्ति कनेक्शन लेना चाहे तो उसे मकान की रजिस्ट्री के बिना कनेक्शन नहीं दिया जाता*।

सत्ता बन्धु समाचार पत्र

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