गाजियाबादःसिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर के पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता व दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने सभी को हरियाली तीज पर्व की बधाई दी। साथ ही सभी पर भगवान शिव व माता पार्वती की कृपा हमेशा बने रहने का आशीर्वाद दिया। महाराजश्री ने कहा कि इस बार की हरियाली तीज और भी खास है क्योंकि रविवार को महालक्ष्मी राजयोग बन रहा है। महालक्ष्मी राजयोग के कारण महालक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होगी जिससे जीवन में सुख-समृद्धि व खुशहाली आएगी। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि हरियाली तीज का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है। यह पर्व अखंड सौभाग्य और वैवाहिक जीवन में सुख-शांति और खुशहाली के लिए मनाया जाता है। सुहागिन महिलाएं इस दिन पति की लंबी उम्र व परिवार में प्रेम व सुख-शांति के लिए व्रत रखती हैं। वहीं कुंवारी लड़कियां योग्य जीवनसाथी के लिए व्रत रखती हैं। भारत के कई हिस्सों में हरियाली तीज को बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। हरियाली तीज को माता पार्वती और भगवान शिव के पवित्र मिलन का प्रतीक माना जाता है। इसी कारण इस पर्व माता पार्वती व भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से अखंड सौभाग्य के साथ सुख-शांति व खुशहाली का वरदान प्राप्त होता है। इस पर्व पर महिलाओं द्वारा हाथों में मेहंदी लगाने की परम्परा भी है। हाथों में मेहंदी लगाने से माता पार्वती प्रसन्न होती हैं और हर मनोकामना पूर्ण करती हैं। हरियाली तीज का पर्व सुहाग और सौभाग्य से जुड़ा है। इसी कारण माता पार्वती को चूड़ी, बिंदी, सिंदूर, कंघी, मेहंदी, लाल चुनरी आदि सोलह श्रृंगार की वस्तुएं माता पार्वती को अर्पित की जाती हैं। इससे सुहाग का आशीर्वाद मिलता है और वैवाहिक जीवन में मधुरता बनी रहती है।

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