मुकेश गुप्ता
गाजियाबाद । महाशिवरात्रि जैसे अत्यंत पावन पर्व पर 8वीं वाहिनी, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), गाजियाबाद परिसर में आज आध्यात्मिक वातावरण में रुद्राभिषेक एवं ध्यान सत्र का आयोजन अत्यंत श्रद्धा और भक्ति भाव से किया गया।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ पूज्य गुरुजी मुनिश महाराज एवं गुरुमाता के दिव्य सान्निध्य में किया गया। समारोह में पी.के. तिवारी, डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल, 8वीं वाहिनी NDRF, के साथ-साथ वाहिनी के समस्त अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी, बचावकर्मी एवं उनके परिवारजनों की गरिमामयी उपस्थिति रही।भगवान शिव का अभिषेक गुरुजी द्वारा हाल ही में पूर्ण की गई मानसरोवर यात्रा से लाया गया पवित्र जल से किया गया। यह जल हिमालय की पवित्र ऊंचाइयों से लाया गया था, जिसे शुद्धता, शक्ति और आत्मिक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। भगवान भोलेनाथ का यह दिव्य रुद्राभिषेक वाहिनी में कार्यरत सभी कार्मिकों एवं उनके परिवारों के कल्याण, स्वास्थ्य, सुख-शांति एवं समृद्धि की मंगलकामना के साथ सम्पन्न हुआ।
इसके उपरांत गुरुजी मुनिश महाराज ने सभी उपस्थितजनों को शिव-व्याप्त पंचाक्षरी मंत्र "ॐ नमः शिवाय" के माध्यम से एक आध्यात्मिक ध्यान सत्र (Meditation Session) में सहभागी बनाया। यह सत्र न केवल मानसिक शांति प्रदान करने वाला रहा, बल्कि आत्मिक संतुलन, सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक उत्थान का माध्यम भी बना।
यह आयोजन कर्मभूमि पर कार्यरत जवानों के लिए एक आध्यात्मिक पुनर्भरण (spiritual recharge) का कार्य करता है। संकटों और आपदाओं से निपटने वाले इन कर्मवीरों के लिए ऐसा वातावरण मानसिक संतुलन और ऊर्जा प्राप्त करने में सहायक होता है।
समारोह के अंत में डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल श्री पी.के. तिवारी जी द्वारा मुख्य अतिथि गुरुजी एवं गुरुमाता जी को श्रद्धापूर्वक धन्यवाद ज्ञापित किया गया, और उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि—
> "ऐसे आध्यात्मिक आयोजन हमारे बल के सदस्यों के मनोबल को मजबूत करते हैं और उनके परिवारों में भी संस्कार और आस्था का भाव जागृत करते हैं।"
पूरे कार्यक्रम के दौरान परिसर में भक्तिमय वातावरण व्याप्त रहा। भजन, मंत्रोच्चार और ध्यान के साथ यह आयोजन आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र बन गया।



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