शनिवार, 18 मार्च 2023

पावन चिंतन धारा आश्रम के युवा प्रकल्प युवा अभ्युदय मिशन के पांच वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में होगे भव्य कार्यक्रम गाजियाबाद

 

गाजियाबाद। पावन चिंतन धारा आश्रम के संस्थापक परमपूज्य प्रो. पवन सिन्हा "गुरुजी" जो दिल्ली विश्वविध्यालय में राजनीति शास्त्र के प्रोफेसर हैं एवं अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त आध्यात्मिक आध्यात्मिक गुरु एवं शिक्षाविद हैं, युवाओं को राष्ट्र के प्रति संगठित करने तथा निर्धन बच्चों को शिक्षा देने का संकल्प लेकर आप निरंतर आध्यात्मिक यात्रा कर रहे हैं। 

आश्रम के युवा प्रकल्प 'युवा अभ्युदय मिशन', युवाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य, भारतीय इतिहास, संस्कृति, अर्थव्यवस्था राजनीति, संस्कार और अन्य विषयों के ज्ञान व युवाओं में बोलने-लिखने का कौशल विकसित करने पर लगातार कार्य कर रहा है जिससे वे सार्थक जीवन जीने के साथ समाज और देश के लिए उपयोगी बन सकें।

आश्रम, युवा अभ्युदय मिशन के पांच वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 19 मार्च 2023 को गाजियाबाद के हिंदी भवन में एक कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। यह जानकारी आश्रम के मीडिया प्रभारी रोहित कुमार ने दी उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य है कि युवा स्वराज सभा के माध्यम से राष्ट्र के महत्वपूर्ण विषयों को विशेषज्ञों द्वारा समझकर उनपर कार्य कर सकें और स्वयं को सशक्त बना सकें। इस कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तराखंड के  राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) गुरमीत सिंह  द्वारा किया जाएगा , साथ में विशिष्ट अतिथि राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल , विधायक  अतुल गर्ग  और उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा कुसुम कंडवाल  भी उपस्थित रहेंगी। उद्घाटन सत्र के बाद स्वराज सभा नाम से डिस्कशन फोरम में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अश्वनी उपाध्याय जी मौजूद रहेंगे जो कि "क्या भारत को एक नए संविधान की आवश्यकता है?" विषय पर चर्चा करेंगे। तीसरे सत्र में देश के जाने-माने राजनैतिक विशेषज्ञ व वरिष्ठ पत्रकार शहजाद पूनावाला मौजूद रहेंगे जो "भारत का मीडिया" विषय पर चर्चा करेंगे। चौथे सत्र में मोटिवेटर व ट्रेनर कैप्टन रक्षिता मौजूद रहेंगी। अंतिम सत्र हास्य से भरा रहेगा जिसमें जाने-माने कवि व हास्य कलाकार दीपक सैनी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम मे आश्रम के स्त्री प्रकल्प 'सनातन वीमेन' की पुस्तक  'Indian Thoughts on Feminism" का भी विमोचन किया जायगा। यह पुस्तक सनातन फेमिनिज्म को केंद्र में रखते हुए लिखी गयी है। विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत देश-विदेश की महिलाओं ने इस क़िताब में अपने शोध कार्य प्रस्तुत किये हैं। अत में भजन उत्सव द्वारा कार्यक्रम का समापन किया जाएगा । कार्यक्रम में देश भर से अनेक गणमान्य एवं अनेक देशभक्तों की उपस्थिति रहेगी।

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