सोमवार, 5 जून 2023

लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा कबीर साहिब” का प्रकटोत्सव का आयोजन किया

गाजियाबाद।  लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा ज्ञानपीठ केन्द्र 1, स्वरूप पार्क जी0टी0 रोड साहिबाबाद के प्रांगण में ज्ञानमार्गी शाखा के महान संत, समाज सुधारक, मानवतावादी, पाखंड  विरोधी “कबीर साहिब” का प्रकटोत्सव का आयोजन किया गया, कार्यक्रम की अध्यक्षता ड़ा0 सभापति शास्त्री ने, मुख्य अतिथि शिक्षाविद कैलाश चंद रहे, मुख्य वक्ता राम दुलार यादव भी कार्यक्रम में शामिल हुए, आयोजन इंजी0 धीरेन्द्र यादव ने किया, राम प्यारे यादव, एस0एस0 प्रसाद, चंद्रबली मौर्य ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया, संचालन अंशु ठाकुर ने किया, गणमान्य विद्वानों, उपस्थित जन-समूह ने संत कबीर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हे स्मरण कर उनके द्वारा स्थापित मार्ग पर चलने का संकल्प लिया|

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षाविद, समाजवादी चिंतक राम दुलार यादव ने कहा कि संत कबीर धार्मिक पाखंड, मूर्ति पूजा, रूढ़िवाद, कर्मकांड के घोर विरोधी ज्ञानमार्गी शाखा के समाज सुधारक बेजोड़ संत रहे, आज उनके संदेश मानव जाति के सम्पूर्ण विकास में मील के पत्थर हैं, उन्होने जातिवाद, धार्मिक पाखंड, रूढ़िवाद, स्वर्ग-नर्क का घोर विरोध किया, तथा कहा कि प्रतिक्रियावादी, रूढ़िवादी ताक़तें लगातार जनता में भय और भ्रम का वातावरण बनाकर जनता को गुमराह कर अंधकार और अंधविश्वास में ढकेलने का कार्य करती है, उनसे सावधान रहने की आवश्यकता है, जो प्रत्यक्ष के लोगों का सर्वांगीण विकास करते है, उनके विरुद्ध जिनका अस्तित्व ही नहीं उनका महिमा मंडन करती है, जिससे मानसिक गुलामी का जन्म होता है, हमे सचेत और सावधान रहकर सही का प्रचार-प्रसार करना है, तथा समाज में प्रेम, सहयोग, भाईचारा और सद्भाव बढ़ाना है, संत कबीर के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक है जितने उनके जीवन काल में, वे कहा करते थे कि “साधो यह जग बौराना, साँच कहे जग मारन धावे, झूठे जग पतियाना” झूठ प्रपंच पर इसका विश्वास अधिक होता है, सच कहने पर उसका दुश्मन हो जाता है, आज जो नफरत का वातावरण 21वीं सदी में है, वह अज्ञानता, अशिक्षा के कारण है, वह संत कबीर के सुझाए गए मार्ग पर चलकर ही प्रेम में बदल सकता है|कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शामिल रहे, ड़ा0 सभापति शास्त्री, राम दुलार यादव, कैलाश चंद, राम प्यारे यादव, एस0एस0 प्रसाद, चंद्रबली मौर्य, विजय मिश्र, नीरज चौहान, उमाशंकर, एस0एन0 जायसवाल, इंद्रजीत सिंह, कृष्णानन्द यादव, सुदर्शन यादव, धर्मेंद्र यादव, रविंदर यादव, विश्वनाथ यादव, हरिकेश मिश्रा, श्याम देव यादव, कृष्णा यादव, कृष्ण पाल सिंह, विवेक श्रीवास्तव, अंशु ठाकुर, पंडित कृष्ण कुमार दीक्षित, शीतल यादव, प्रेमचंद पटेल, हाजी मोहम्मद सलाम, अमर बहादुर, सुभाष यादव, अखिलेश कुमार शुक्ला, हरीकृष्ण, नवीन कुमार आदि |


                                                                                                     

 

                                                                                                 

                                                                                               

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