शनिवार, 25 अक्टूबर 2025

कैलाश मानसरोवर भवन का संचालन प्राधिकरण द्वारा निजी एजेंसी के माध्यम से धर्मार्थ कार्य के लिए कराया जायेगा: अतुल वत्स




                             मुकेश गुप्ता 

 गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के द्वारा धर्मार्थ कार्य विभाग की शर्तो के अनुसार तैयार की गयी है आरएफपी

 कैलाश मानसरोवर में आयोजन पर नहीं किया जा सकेगा माँस- मदिरा का इस्तेमाल

 कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौैरान आम लोगों के लिए नहीं की जा सकेगी बुकिंग, केवल कैलाश  मानसरोवर यात्रियों के लिए रहेगा आरक्षित

 गाजियाबाद । देश की राजधानी दिल्ली सीमा से लगे गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के द्वारा विकसित इंदिरापुरम योजना मे स्थित कैलाश मानसरोवर भवन का विधिवत तरीके से संचालन प्राधिकरण के द्वारा निजी एजेंसी के माध्यम से कराने की योजना है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया कि निर्धारित होने वाली एजेंसी के द्वारा संचालन हेतु आरएफपी धार्मिक विभाग की शर्तों के आधार पर तय की गई है अर्थात निजी एजेंसी के द्वारा संचालन की अवधि के दौरान परिसर में माँस- मदिरा आदि का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। निजी एजेंसी के द्वारा किए जाने वाले रख- रखाव व संचालन पर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा दी गयी शर्तो के अनुरूप होगा। वर्तमान योजना के अनुसार कैलाश मानसरोवर भवन के रख रखाव व संचालन का कार्य 15 साल की अवधि के लिए निजी एजेंसी को दिया जाएगा तथा 15 साल की अवधि के दौरान तत्मय की शर्तों का पालन किए जाने की स्थिति में अगले 15 साल अवधि के लिए नवीनीकरण किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि जून से सितंबर माह के बीच अर्थात कैलाश मान सरोवर यात्रा के दौरान निर्धारित की जाने वाली एजेंसी के द्वारा किसी तरह के आयोजन की बुकिंग नहीं की जा सकेगी,  शर्तों में स्पष्ट  किया गया है। आरक्षित समय के अतिरिक्त परिसर में समय समय पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी  के क्षेत्र के लोगों के द्वारा आयोजन किया जा सकेगा। कैलाश मानसरोवर भवन परिसर में पार्किंग की बेहतर सुविधा हैै। किसी तरह के आयोजन के दौरान इसमें ठहरने की भी बेहतर व्यवस्था है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गाजियाबाद आगमन के दौरान समीक्षा बैठक में कैलाश मानसरोवर भवन का संचालन गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के स्तर से किए जाने के निर्देश दिए गए थे।  मुख्यमंत्री के निर्देश के क्रम में प्राधिकरण उपाध्यक्ष के सतत प्रयास से धार्मिक विभाग और प्राधिकरण के बीच एमओयू साइन किया गया। इसी के साथ धार्मिक विभाग के द्वारा  कैलाश मानसरोवर भवन प्राधिकरण को हैंडओवर किया जा चुका है।

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