शुक्रवार, 31 अक्टूबर 2025

प्राधिकरण के उपाध्यक्ष नन्द किशोर कलाल ने इंदिरापुरम विस्तार योजना एवं एलिवेटेड रोड का किया निरीक्षण, कार्य की गुणवत्ता एवं पारदर्शिता पर दिए आदेश

 


 



                              मुकेश गुप्ता 

ग़ाज़ियाबाद, 31 अक्टूबर 2025। ग़ाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष  नन्द किशोर कलाल ने आज प्राधिकरण के सचिव  राजेश कुमार सिंह, प्रभारी मुख्य अभियंता  आलोक रंजन तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इंदिरापुरम विस्तार योजना एवं एलिवेटेड रोड पर कनावनी पुलिया के निकट निर्माणाधीन स्लिप रोड का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष  ने निर्माण कार्यों की प्रगति, गुणवत्ता तथा स्थल पर उपलब्ध सुविधाओं की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी कार्य निर्धारित समयावधि में, पारदर्शिता एवं गुणवत्ता के उच्चतम मानकों के साथ पूर्ण किए जाएँ।

उपाध्यक्ष  ने कहा कि ग़ाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण की सभी परियोजनाएँ जनसुविधा एवं शहर के समग्र विकास को ध्यान में रखकर संचालित की जा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि नागरिकों को शीघ्र सुविधाओं का लाभ पहुँचाने के लिए सभी परियोजनाओं को समयबद्ध एवं प्रभावी ढंग से पूरा किया जाए।

निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष  ने योजनाओं के अंतर्गत विकसित की जा रही अधोसंरचना एवं नागरिक सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की और आवश्यक सुधारात्मक सुझाव भी प्रदान किए।

उल्लेखनीय है कि उपाध्यक्ष महोदय द्वारा बीती शाम प्राधिकरण कार्यालय का भी निरीक्षण किया गया था। इस दौरान उन्होंने विभिन्न अनुभागों का दौरा करते हुए कर्मचारियों की कार्यप्रणाली का अवलोकन किया तथा प्राधिकरण के जनसंपर्क कार्यालय का भी निरीक्षण किया।

इस अवसर पर प्राधिकरण के सचिव  राजेश कुमार सिंह, प्रभारी मुख्य अभियंता  आलोक रंजन सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

श्री स्वामिनारायण गुरूकुल विश्वविद्यालय, अहमदाबाद द्वारा आयोजित सत्संग साधना शिविर का समापन, पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती , पूज्य माधवप्रिय स्वामी महाराज, पूज्य बाल स्वामी महाराज और पूज्य संतों का मार्गदर्शन व आशीर्वाद




🌺लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी की जयंती पर उनकी साधना को नमन

🌸राष्ट्रीय एकता दिवस पर परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमारों ने किया रन फार यूनिटी रन फार नेशन

💥हम एक तो राष्ट्र एक-एक भारत श्रेष्ठ भारत

🌺राष्ट्र एकता के लिये किया संकल्प

राष्ट्र प्रथम ही नहीं राष्ट्र सर्वोत्तम

स्वामी चिदानन्द सरस्वती

ऋषिकेश, 31 अक्टूबर। आज लौहपुरुष, राष्ट्र-निर्माण के महान शिल्पी सरदार वल्लभभाई पटेल जी की जयंती पर परमार्थ निकेतन से उनकी साधना को नमन करते हुये आज की गंगा आरती उनकी राष्ट्र साधना को समर्पित की। 

आज परमार्थ निकेतन में पावन गंगा तट पर श्री स्वामिनारायण गुरूकुल विश्वविद्यालय, अहमदाबाद द्वारा आयोजित सत्संग साधना शिविर का समापन भक्ति, ज्ञान और प्रेरणा से ओत-प्रोत वातावरण में हुआ।

इस पावन कार्यक्रम में परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश के अध्यक्ष पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी, श्री स्वामिनारायण गुरूकुल से पूज्य माधवप्रिय स्वामी जी महाराज, पूज्य बाल स्वामी जी महाराज सहित अनेक पूज्य संतों का सान्निध्य एवं आशीर्वाद प्राप्त हुआ। देशभर से आए युवा साधक, विद्यार्थी, संतजन और समाजसेवी इस दिव्य क्षण के साक्षी बने।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि गुजरात की पावन भूमि ने भारत को अनेक ऐसे अद्भुत रत्न प्रदान किए हैं, जिन्होंने राष्ट्र की दिशा और दशा बदलने में ऐतिहासिक योगदान दिया है। इन्हीं महान विभूतियों में से एक हैं लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी, वे राष्ट्रीय एकता, अखंडता और किसानों के सशक्तिकरण के अमर प्रतीक।

सरदार पटेल जी के अटूट संकल्प, दूरदर्शी नेतृत्व और लौह-इच्छाशक्ति ने स्वतंत्रता के बाद की सबसे बड़ी चुनौती को अवसर में बदल दिया। विविध रियासतों को संगठित कर एक राष्ट्र के सूत्र में पिरोना उनकी अद्भुत राष्ट्रसेवा हैं। उन्होंने संगठन कुशलता और संवाद की शक्ति से 562 रियासतों का शांतिपूर्ण विलय कराया और आधुनिक भारत की नींव को स्थिरता, सुरक्षा और संकल्प की शक्ति प्रदान की।

उनका जीवन हमें संदेश देता है कि राष्ट्रीय एकता ही राष्ट्र की सबसे बड़ी शक्ति है। जब भारत एकजुट होता है, तो कोई भी चुनौती हमें रोक नहीं सकती।

स्वामीजी ने युवाओं को कहा कि शिक्षा केवल डिग्री नहीं, बल्कि जीवन को सार्थक दिशा देने का माध्यम है। गुरूकुलों के माध्यम से ऐसे युवा तैयार हों जो स्वयं उत्कृष्ट बनकर समाज और राष्ट्र को उत्कृष्ट बनाएं। वर्तमान समय में हमारा राष्ट्र अद्भुत गति से प्रगति कर रहा है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत “चिप से लेकर शिप तक” और “सूई से लेकर सीप्लेन तक” सर्वांगीण विकास की नई ऊँचाइयाँ छू रहा है।

पूज्य माधवप्रिय स्वामी  महाराज ने युवाओं के चरित्र निर्माण पर बल देते हुए कहा कि सत्संग और साधना से विवेक, विनम्रता और मूल्य जीवन में स्थापित होते हैं। समाज को वही युवा समृद्ध करते हैं, जिनके भीतर संस्कृति और संकल्प दोनों होते हैं।

शिविर के समापन अवसर पर विद्यार्थियों को भारतीय सांस्कृतिक विरासत, योग, ध्यान, चरित्र निर्माण, पर्यावरण संरक्षण और राष्ट्रसेवा के विराट संकल्प कराये। गुजरात सहित विभिन्न राज्यों, भारत सहित विभिन्न देशों से आये साधकों ने राष्ट्र एकता के लिये संकल्प कर परमार्थ निकेतन से गद्गद् मन से विदा लिया।

श्री ठाकुरद्वारा बालिका विद्यालय की छात्रा नंदिनी चौहान बनी गाजियाबाद जिले की बॉक्सर चैंपियन

 

                               मुकेश गुप्ता 

गाजियाबाद । श्री ठाकुरद्वारा बालिका विद्यालय की छात्रा नंदिनी चौहान बनी गाजियाबाद जिले की बॉक्सर चैंपियन 

 29 से 30 अक्टूबर महामाया स्टेडियम गाजियाबाद में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्म दिवस वर्ष के उपलक्ष पर विभिन्न खेलों का आयोजन किया गया जिसमें बॉक्सिंग में   46 से 49 kilogram वेट कैटिगरी में नंदिनी चौहान ठाकुरद्वारा स्कूल की छात्रा ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए बेस्ट बॉक्सर का खिताब अपने नाम किया!

जेकेजी इंटरनेशनल स्कूल, इंदिरापुरम की प्रतिभाशाली खिलाड़ी की शानदार उपलब्धि


मुकेश गुप्ता 

गाजियाबाद । जेकेजी इंटरनेशनल स्कूल, इंदिरापुरम की जिम्नास्टिक खिलाड़ी ने अपनी उत्कृष्ट प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए गाजियाबाद जिले एवं उत्तराखंड राज्य दोनों स्तरों पर उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं।

7th District Gymnastics Championship, गाजियाबाद में आयोजित प्रतियोगिता (6 एवं 7 अक्टूबर 2025) में आशवी रावत ने कलात्मक जिम्नास्टिक (Artistic Gymnastics) में शानदार प्रदर्शन करते हुए 1 स्वर्ण (Gold) एवं 1 रजत (Silver) पदक जीते। अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर आशवी रावत ने प्रयागराज में 1 से 3 नवम्बर 2025 तक आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय प्रतियोगिता (State Championship) के लिए क्वालिफाई किया है।

इसके अतिरिक्त, आशवी रावत ने उत्तराखंड राज्य स्तरीय कलात्मक जिम्नास्टिक प्रतियोगिता में भी अपनी अद्भुत क्षमता का प्रदर्शन किया। यह प्रतियोगिता 5 अक्टूबर 2025 को महाराणा प्रताप स्टेडियम, भागीरथी हॉल, देहरादून (उत्तराखंड) में आयोजित हुई, जहाँ उनके शानदार प्रदर्शन के आधार पर उनका चयन राष्ट्रीय स्तर (Nationals) के लिए हुआ।

स्कूल प्रबंधन एवं प्रशिक्षकों ने इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए छात्रा को आगामी राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए शुभकामनाएँ दीं। स्कूल की प्रधानाचार्य निधि गौड़ ने आशवी रावत एवं उनके कोच को उनकी जीत पर बधाई दी, उन्होंने कहा कि जेकेजी इंटरनेशनल स्कूल, इंदिरापुरम आज शिक्षा ही नहीं खेल व अन्य क्षेत्रों में भी अपनी अलग पहचान बना चुका है।

जेकेजी इंटरनेशनल स्कूल, इंदिरापुरम सीबीएसई नेशनल टेबल टेनिस चैंपियनशिप का विजेता बना




                              मुकेश गुप्ता 

स्कूल के खिलाड़ियों ने अपने शहर के साथ उत्तर प्रदेश का भी नाम रोशन कियाः चेयरमैन जे. के. गौड़, प्रधानाचार्य निधि गौड़ ने खिलाड़ियों व कोच को दी बधाई

गाजियाबाद । सीबीएसई नेशनल टेबल टेनिस चैंपियनशिप में जेकेजी इंटरनेशनल स्कूल, इंदिरापुरम का दबदबा जारी है। स्कूल ने सीबीएसई नेशनल टेबल टेनिस चैंपियनशिप का चैंपियन बनकर इतिहास रच दिया। एल.पी. सावनी अकैडमी, वेसु, सूरत में 3-8 अक्टूबर 2025 तक आयोजित सीबीएसई नेशनल टेबल टेनिस प्रतियोगिता में जेकेजी ने अपना दबदबा कायम रखते हुए चैंपियन बनने का श्रेय प्राप्त किया। स्कूल ने एकल प्रतियोगिता में अंडर 14 गर्ल्स में अक्षिता ने ब्रोंज मेडल, टीम प्रतियोगिता में अंडर-19 बॉयज (प्रथम सिंह राना, गर्व अरोड़ा एवं लक्षित राज वर्मा) ने ब्रोंज मेडल जीतकर विद्यालय और विद्यालय की टेबिल टेनिस अकैडमी का नाम रोशन किया। स्कूल के चेयरमैन जे. के. गौड़ ने विजेता खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्होंने अपने प्रदर्शन से स्कूल व गाजियाबाद का ही नहीं पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि स्कूल के खिलाडी इसी प्रकार निरंतर शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने परिवार, स्कूल व शहर का ही नहीं अपने प्रदेश व देश का भी गौरव बढाते रहेंगे।  स्कूल की प्रधानाचार्य निधि गौड़ ने खिलाडियों एवं उनके कोच विभोर खरे जी को उनकी जीत पर बधाई दी, उन्होंने कहा कि जेकेजी इंटरनेशनल स्कूल इंदिरापुरम आज शिक्षा ही नहीं खेल व अन्य क्षेत्रों में भी अपनी अलग पहचान बना चुका है।


डॉ.अतुल जैन ने पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ.अनिल अग्रवाल को जन्मदिन की बधाई दी



                               मुकेश गुप्ता 

गाजियाबाद ।  लोहा विक्रेता मंडल के अध्यक्ष और टेक्निकल इंकुमार जैन ने उत्तर प्रदेश के सभी तकनीकी संस्थानों की ओर से और गाजियाबाद लोहा विक्रेता मंडल के सभी सदस्यों की ओर से राज्यसभा के पूर्व सांसद डॉ.अनिल कुमार अग्रवाल को उनके जन्मदिन के अवसर पर उनके निवास पर पहुंचकर एसडीजीआई ग्लोबल यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति महेंद्र अग्रवाल और लोहा विक्रेता मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुबोध गुप्ता के साथ पहुंचकर शाल ओढ़ा कर एवं पुष्प कुछ भेंट करके सम्मानित किया और जन्मदिन की शुभकामनाएं प्रेषित की। ईश्वर से प्रार्थना है कि वे सदैव स्वस्थ रहें प्रसन्न रहें दीर्घायु हों और समाज कार्यों में संलग्न रहते हुए समाज और राजनीति में एक उच्च स्थान प्राप्त करें तथा दिनों दिन प्रगति के पथ पर अग्रसर हों।

कराटे वेलफेयर सोसाइटी ने दी पूर्व राज्यसभा सांसद को जन्मदिवस की शुभकामनाएं

 

मुकेश गुप्ता 

गाजियाबाद। आज कराटे वेलफेयर सोसाइटी ने पूर्व राज्यसभा सदस्य एवं एच आर आई टी यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ अनिल अग्रवाल जी के जन्मदिवस पर उन्हें फूलों का बुक्के देकर उनके लंबे और स्वस्थ जीवन की शुभकामनाएं दी। संस्था के संरक्षण बी एल बत्रा एवं अध्यक्ष विजय कौशिक ने बताया कि हमारे जनपद की शान लोकप्रिय नेता, शिक्षाविद् एवं समाजसेवी माननीय अनिल अग्रवाल जी का जन्मदिवस उनके आवास पर बड़ी धूमधाम से मनाया गया। जिसमें जनपद की बड़ी हस्तियां अधिकारी, नेता, व्यापारी आदि ने उन्हें शुभकामनाएं दी। इस मौके पर संस्था के महासचिव राजीव मुंडेलवाल ने बताया कि आज माननीय के जन्मदिवस पर संस्था के खिलाड़ियों ने कराटे ड्रेस में उन्हें सलामी दी। इसमें मुख्य कोच तुषार ठाकुर एवं खिलाड़ीयो में सनी, हिमांशु, आफताब,परमाहन, खुशी यादव, अनुष्का पाल , वर्षा शामिल थे।

लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट ज्ञानपीठ केन्द्र पर लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल” का जन्म दिवस समारोह आधुनिक भारत के शिल्पकार” दिवस के रूप में मनाया




                              मुकेश गुप्ता 

साहिबाबाद/गाजियाबाद । लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा ज्ञानपीठ केन्द्र 1, स्वरुप पार्क जी0 टी0 रोड साहिबाबाद के प्रांगण में “स्वतंत्रता सेनानी, बेजोड़ वक्ता, उच्चकोटि के संगठनकर्ता, भारत रत्न, देश के प्रथम उपप्रधानमंत्री, गृहमंत्री, लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल” का जन्म दिवस समारोह “आधुनिक भारत के शिल्पकार” दिवस के रूप में आयोजित किया गया, कार्यक्रम के मुख्य वक्ता समाजवादी चिन्तक राम दुलार यादव शिक्षाविद रहे, मुख्य अतिथि मूर्धन्य लेखक समाज सेवी सरदार अमरजीत सिंह कलिंगा, अध्यक्षता इंजी0 हरिभान सिंह पटेल ने किया।

 आयोजन इंजी0 धीरेन्द्र यादव ने, संचालन श्रमिक नेता अनिल मिश्र ने किया, गीतकार हुकुम सिंह ने ज्ञानपीठ सन्देश “लोकतंत्र बचाना है, संविधान बचाना है, शिक्षा और चिकित्सा को घर-घर पहुँचाना है” प्रस्तुत किया, कार्यक्रम को जगन्नाथ प्रसाद, त्रिलोकी, सम्राट सिंह यादव, डा0 देवकर्ण चौहान ने भी संबोधित किया, सभी साथियों ने लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर स्मरण करते हुए उनके व्यक्तित्व और कृतित्व से प्रेरणा ले चलने का संकल्प लिया।

       कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाजवादी चिन्तक राम दुलार यादव ने कहा कि वह महान देश भक्त, ब्रिटिश गुलामी से भारत को आजाद कराने, एकता के सूत्र में पिरोने, किसानों, कामगारों, महिला सशक्तिकरण और कमजोर वर्गों के सर्वांगीण विकास में अपना सारा जीवन लगा दिया” | वह उच्चकोटि के प्रशासक, मूर्धन्य विधिवेत्ता, बेजोड़ वक्ता, विलक्षण प्रतिभावान रहे, सरदार बल्लभ भाई पटेल ने लाखों लोगों को संबोधित कर भारत माँ को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराने के लिए तैयार किया, वह महात्मा गाँधी के विचार के ध्वजवाहक रहे, 565 रियासतों को एक सूत्र में बाधने  का देश को सशक्त बनाने का कार्य कर असंभव को संभव बना दिया।

       श्री यादव ने कहा कि सरदार पटेल का मानना था कि कार्यपालिका की निष्ठा संविधान और राष्ट्र के प्रति समर्पित होनी चाहिए, उसे जाति, धर्म, दल या किसी समुदाय के दबाव में न आकर निष्पक्ष और निर्भीकता पूर्वक देश, समाज हित में कार्य करना चाहिए, देश की एकता और अखंडता पर किसी को चोट करने का अधिकार नहीं, यही कारण था कि महात्मा गाँधी की निर्मम हत्या के बाद देश में नफ़रत, असहिष्णुता का वातावरण बनाने वाले, हिंसा और आगजनी करने वाले संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर 4 फरवरी 1948 में प्रतिबन्ध लगाने का उन्होंने कार्य किया, वह किसी भी दबाव में नहीं आये, आज आजादी के 78 वर्ष बाद भी 21वीं शदी में सरकारी तंत्र सत्ता के प्रभाव में कार्य कर रहा है, यह लौह पुरुष के विचार के प्रतिकूल देश में कार्य हो रहा है, कोई देश भेद-भाव, नफ़रत और सत्ता के केन्द्रीकरण से विकास नहीं कर सकता, हमें यदि सरदार बल्लभ भाई पटेल के सपनों का आधुनिक भारत बनाना है तो देश में सद्भाव, भाईचारा, सहयोग, प्रेम, संविधान के अनुरूप कार्य करना होगा, तभी सभी को न्याय मिलेगा और विषमता, भय, भ्रष्टाचार, झूठ और निर्लज्जता पूर्वक लूट से छुटकारा मिल सकता है।

          कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अमरजीत सिंह कलिंगा ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल ने 565 टुकड़ों में विभाजित भारत को एक सूत्र में ऐसे पिरो दिया जैसे माला में हर फूल, आधुनिक भारत के सच्चे सपूत व शिल्पकार रहे है, हमें निर्भीकता पूर्वक उनके विचार को जन-जन में पहुँचाने का कार्य करते रहना चाहिए और एक-दूसरे की हर तरह मदद करनी चाहिए।

          कार्यक्रम के अध्यक्ष इंजी0 हरिभान सिंह पटेल ने शामिल सभी विद्वानों, पत्रकार साथियों, सांस्कृतिक कार्यक्रम से सभी को आत्मविभोर करने वाले गीतकारों का धन्यवाद किया।

        लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की प्रमुख रहे, राम दुलार यादव, अमरजीत सिंह कलिंगा, डा0 देवकर्ण चौहान, हरिभान सिंह पटेल, इंजी0 धीरेन्द्र यादव, अनिल मिश्र, त्रिलोकी, सुमित शर्मा, ओम प्रकाश अरोड़ा, बालकरन यादव, सुभाष यादव, राजेन्द्र सिंह, सम्राट सिंह, जगन्नाथ प्रसाद, एस0 एन0 जायसवाल, हरीश ठाकुर, रामकरन जायसवाल, ब्रह्म प्रकाश, मुनीव यादव, नागेन्द्र मौर्य, हुकुम सिंह, मोहम्मद यासीन, प्रेमचंद पटेल, विक्रम सिंह, हरिकृष्ण, हरेन्द्र, अमृतलाल चौरसिया, श्री नारायण आदि ने स्मरण किया।

                                                                                                                        

                                                                                                                             

                                                                                                                             

बुधवार, 29 अक्टूबर 2025

एनडीआरएफ ने धूम-धाम से मनाया गया छठ पर्व, पूजा के दौरान एनडीआरएफ की टीमें घाटों में मुस्तैद रही

 




                               मुकेश गुप्ता 

गाजियाबाद । कमला नेहरू नगर में 8वीं बटालियन एनडीआरएफ में बिहार और पूर्वांचल के सबसे बडे पर्व छठ महोत्‍सव को बडी ही धूम धाम और पूरे उत्‍साह व पारंपरिक रीतिरिवाज के साथ मनाया गया इस दौरान एनडीआरएफ की 10 टीमें छठ पूजा के अवसर गाजियाबाद समेत दिल्ली एनसीआर के विभिन्न क्षेत्रों में तैनात की गई है। सभी टीमें डीप डाइविंग, वाटर रेस्क्यू, रोप रेस्क्यू आदि संबंधित सभी उपकरणों से लैस है। यह टीमें पूरी तरह से छठ पूजन के दौरान महत्वपूर्ण घाटों पर मुस्तैद रही ।

छठ पूजा के अवसर पर गाजियाबाद का एनडीआरएफ कैम्‍प भी छठ महोत्‍सव के रंग में रंगारंग नजर आया । इस मौके पर कैम्‍प परिसर में बनाये गये सुभाष सरोवर पर छठ महोत्‍सव के लिए विशेष प्रबंध किया गया, भक्ति गीतों की गूंज से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया। रंगबिरंगी लाईटों की रोशनी में सोमवार को,  8वीं बटालियन एनडीआरएफ की नावा अध्यक्षा डॉ0 अनुपम गौतम ने एनडीआरएफ के तमाम पदाधिकारियों के परिवारजनों के साथ में सूर्यास्‍त पर छठ पूजन का संध्‍या अर्ध्‍य किया गया । इस दौरान महिलाओं ने निर्जला व्रत रखा जिसका समापन मंगलवार को सूर्योदय अर्ग के बाद प्रसाद वितरण के साथ किया गया । चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व में श्रद्धालुओं ने पूरी निष्ठा और भक्ति के साथ व्रत रखकर सूर्यदेव और छठी मइया से परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।

गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के नवपदस्थ उपाध्यक्ष नन्द किशोर कलाल ने रात्रि में ही संभाला कार्यभार



 





 गाजियाबाद, 29 अक्टूबर 2025 । शासन के आदेशों के क्रम में मंगलवार की रात्रि में ही गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के नवपदस्थ उपाध्यक्ष  नन्द किशोर कलाल ने प्राधिकरण कार्यालय में अपना पदभार ग्रहण किया।

पदभार ग्रहण के अवसर पर प्राधिकरण के सचिव  राजेश कुमार सिंह, अपर सचिव  प्रदीप कुमार सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने उपाध्यक्ष महोदय का सौहार्दपूर्ण स्वागत किया।

इस अवसर पर उपाध्यक्ष  ने प्राधिकरण के कार्यों को पारदर्शी, जनहितकारी एवं समयबद्ध ढंग से संचालित करने पर बल दिया और अधिकारियों से टीम भावना के साथ कार्य करने का आह्वान किया।

गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने उपाध्यक्ष महोदय को पदभार ग्रहण करने पर हार्दिक शुभकामनाएँ दीं।

मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025

महापर्व छठ पूजा काग सफल समापन की देशवासियों को शुभकामनायें, भारतीय संस्कृति, परिवार, संस्कार और प्रकृति के प्रति समर्पण का अनुपम उदाहरण--स्वामी चिदानन्द सरस्वती

 

सत्संग साधना शिविर में गुजराज से आये श्रद्धालु भी रंगे छठ के रंग में

ऋषिकेश, 28 अक्टूबर। भगवान सूर्यदेव को प्रातःकालीन उदीयमान अघ्र्य अर्पित करते हुए तप, भक्ति और समर्पण के महापर्व छठ का आज दिव्य समापन हुआ। चार दिनों तक चलने वाले महान अनुष्ठान में व्रतियों और श्रद्धालुओं ने पूर्ण निष्ठा के साथ सूर्यदेव और छठी मइया का पूजन किया तथा परिवार की उन्नति, राष्ट्र की समृद्धि और संतान के स्वास्थ्य के लिए मनोकामनाएँ कीं।

यह पर्व भारतीय संस्कृति की मूल के दर्शन कराता है। यह संयम, शुचिता, परिवारिक एकता और प्रकृति के प्रति आभार का पर्व है। व्रती कठोर नियमों का पालन कर सूर्योपासना और जल में खड़े होकर अघ्र्यदान करते हैं। छठ पूजा तप, त्याग, अनुशासन और आत्मबल का अद्भुत योग है।

छठ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि परिवारों में भारतीय संस्कृति और संस्कारों के रोपण का दिव्य माध्यम है। तैयारी से लेकर प्रसाद निर्माण तक पूरा परिवार एक साथ जुड़ता है, जिससे परिवार में सहयोग, एकता और आध्यात्मिक भाव स्वयं विकसित होता है। बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी इस अनुष्ठान में सहभागी बनकर परिवार में सांस्कृतिक मूल्यों का संचार करते हैं।

आज के समय में, जब परिवार विखंडन, सामाजिक दूरी और जीवन में बढ़ती मशीनरी से मानवीय संवेदनाएँ कमजोर पड़ रही हैं, तब छठ पर्व परिवारों के पुनर्मिलन का दीपक प्रज्वलित करता है। यह पर्व संदेश देता है कि परिवार ही भारतीय सभ्यता की मूल शक्ति है।

छठ पूजा प्रकृति आधारित और पर्यावरण संवेदनशील पर्व है। इसमें न मूर्तियों का प्रयोग होता है, न प्रदूषण फैलाने वाले साधनों का, न कृत्रिम सजावट की जाती है। भगवान सूर्य, जल, वायु, मिट्टी और फल-फूल केवल इन प्राकृतिक तत्वों का उपयोग कर पूजा सम्पन्न होती है। यह हमें याद दिलाता है कि प्रकृति हमें जीवन देती है और उसका आभार प्रकट करना हमारा कर्तव्य है। प्रकृति सम्मान ही सच्ची उपासना है।

छठ पर्व समाज को एक सूत्र में बाँधने का पर्व है। वहाँ जाति, वर्ग, भाषा और क्षेत्र का कोई भेद नहीं केवल आस्था का प्रकाश होता है। सूर्य ऊर्जा और जल तत्व का अद्वितीय संगम है।

छठ पूजा में सूर्य देव जीवन ऊर्जा, स्वास्थ्य और उन्नति के प्रतीक हैं, जबकि छठी मइया मातृत्व शक्ति, रक्षा और समृद्धि की अधिष्ठात्री है। यह अनुष्ठान संदेश देता है जहाँ सूर्य का तेज और मातृ शक्ति का आशीष हो, वहाँ जीवन सदैव उज्ज्वल रहता है। छठ पर्व हमें प्रेरित करता है कि हम केवल बाहर प्रकाश न फैलाएँ, बल्कि अपने भीतर भी आस्था, शांति और सद्भाव का सूर्य उदित करें।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि जब घर-घर संस्कृति का संचार होगा तभी भारत सशक्त बनेगा।

लोनी चैयरमेन रंजीता धामा लोनी में आयोजित छठ पूजा में हुई शामिल, लोगों ने किया स्वागत








                               मुकेश गुप्ता 

लोनी/गाजियाबाद । देर शाम छठ पूजा के महापर्व के शुभावसर पर लोनी नगरपालिका क्षेत्र की सोनिया विहार, निश्तोली,रामविहार ,राहुल गार्डन,अमित विहार,उत्तरांचल कालोनी ,गीतांजलि विहार ,रामपार्क  एक्सटेंशन ,यमुना घाट,एसएलएफ ,डीएलएफ ,विकास कुंज,पूजा कालोनी, राहुल गार्डन, राजनगर,पावी, सहित विभिन्न स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हुए ।

लोनी नगरपालिका अध्यक्ष रंजीता धामा व मनोज धामा का फूल-माला पहनाकर ढोल नगाड़ों के साथ जोरदार स्वागत किया । 

इस अवसर पर लोनी नगरपालिका अध्यक्ष रंजीता धामा ने लोगों को संबोधित करते हुए छठ के पावन पर्व की शुभकामनाएँ दी एवं जनमानस के लिये मंगल कामनाएं की तथा पूर्वांचल समाज की महिलाओं के साथ सूर्य को अर्घ्य दिया ।  इस शुभ अवसर पर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मनोज धामा ने भी क्षेत्र के सभी लोगों के साथ जल के बीच खडे होकर पूजा अर्चना की तथा क्षेत्र के लोगों को जानकारी देते हुये कहा कि इस बार लोनी नगरपालिका अध्यक्ष रंजीता धामा के दूारा कई कालोनियों में छठ घाटों का निर्माण कराया गया है जिस से व्रत रखने वाले महिलाओं व पुरूषों को सुविधा के साथ पूजा करने मे आसानी हो रही है । 

मनोज धामा ने सभी को छठ महापर्व की बधाई देते हुए कहा कि छठ महापर्व पूर्वांचल समाज का बहुत बडा त्यौहार है आज छठ महापर्व देश के साथ -साथ लोनी मे भी धूम-धाम से मनाया जा रहा है जगह-जगह पर पूजा करते हुये धर्म लाभ ले रहे लोग दिखायी दे रहे हैं संपूर्ण क्षेत्र मे हर्षोल्लास के साथ त्यौहार मना रहे जनसमूह दिखायी दे रहे हैं जो लोनी मे बिहार व पूर्वांचल क्षेत्र की संस्कृति की झलक दिखाई दे रही है जो लोनी की जनता मे एक नयी ऊर्जा का संचार कर रही है ।

लोनी की अपार जनता के दूारा छठ घाट के नव निर्माण करवाने पर रंजीता धामा का आभार प्रकट किया तथा मनोज धामा का भी धन्यवाद दिया  ।

"मनोज धामा के प्रति दिखायी दिया जनता का भावुक प्यार :- जब बंद फाटक पर चल रहे कार्यक्रम के बीच मे नव पूर्वांचल एकता मंच के पदाधिकारी दुारा छठ पूजा के दौरान नगरपालिका के दुारा किये गये स्वच्छता व सफाई से खुश होकर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मनोज धामा के प्रति प्रेम प्रकट करते हुये अपनी गोद मे उठा लिया लोगों ने ताली बजाकर मनोज धामा व रंजीता धामा की जय जयकार की तथा आने वाले समय मे लोनी का विधायक बने ऐसी कामना छठी मैया से की । 

इस अवसर पर जगत सभासद,लज्जा देवी सभासद, राम निवास त्रिपाठी,,सुमित पार्चा एलम,धर्मेन्द्र भाई, बहादरा कसाना,संतोष श्रीवास्तव,तारकेश्वर कुशवाहा,कृष्णा प्रसाद,विनय प्रसाद,विशाल प्रसाद,धर्मराज प्रसाद,करण यादव,अश्वनी कुमार,घनश्याम श्रीवास्तव,उमेश श्रीवास्तव, सुरेन्द्र,संजय तिवारी,मिथलेश पोद्दार,राम आधार चतुर्वेदी,रूबी,प्रियंका, नेहा, लक्ष्मी देवी सहित सैकड़ों की संख्या मे व्रतधारी उपस्थित रहे ।

सोमवार, 27 अक्टूबर 2025

राष्ट्रीय लोकदल खेल प्रकोष्ठ की जिला कार्यकारिणी गठित

  


                              मुकेश गुप्ता 

गाजियाबाद, 27 अक्टूबर। राष्ट्रीय लोकदल खेल प्रकोष्ठ गाजियाबाद के जिला अध्यक्ष संजीव चौधरी द्वारा कार्यकर्ता सम्मेलन अन्नपूर्ण रेस्टोरेंट नवयुग मार्केट में आयोजित किया गया।      इस अवसर पर जिलाध्यक्ष संजीव चौधरी द्वारा अपनी जिला कार्यकारिणी की घोषणा की गई

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चौधरी नीरपाल सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष खेल प्रकोष्ठ,   जगराज सिंह बलियान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष,   विजय कौशिक राष्ट्रीय महासचिव, ने नवनियुक्त पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे।

    सम्मेलन को संबोधित करते हुए चौ नीरपाल सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल की तरफ युवाओं का रुझान बढ़ता जा रहा है।युवा राष्ट्रीय लोकदल की ताकत बन रहे है। खेल प्रकोष्ठ के माध्यम से युवाओं को पार्टी से जोड़ा जा रहा है।

सम्मेलन की अध्यक्षता खेल प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय महासचिव विजय कौशिक व मंच का संचालन महानगर अध्यक्ष डा रेखा चौधरी ने किया।

   इस दौरान खेल प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सचिव सतवीर घिस्सा,रविन्द्र चौहान प्रदेश महासचिव अमित त्यागी सरना जिला पंचायत सदस्य जयदीप सिंह युवा जिलाध्यक्ष प्रदीप त्यागी जिला महासचिव तुषार कौशिक युवा महानगर अध्यक्ष संजीव अरोड़ा महानगर अध्यक्ष खेल प्रकोष्ठ सतेंद्र तोमर वरिष्ठ नेता रामभरोसेलाल मौर्य , संजय बैसला महानगर उपाध्यक्ष  वरिष्ठ नेता आदि ने पार्टी की विचारधारा पर प्रकाश डाला ।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से भूपेंद्र डबास  विशाल सिरोही किशन राघव राजेंद्र चंदेला तरुण राघव सुनील नवीपुर वीर सिंह सलेमाबाद सुरेंद्र तेवटिया कृष्णपाल डायरेक्टर ललित सैन रामा चौधरी दीपा सिरोही राखी गुरप्रीत नीतू गोयल बबीता सुनीता सुमन अग्रवाल दिनेश शर्मा साकिर अली सोनू शर्मा दिशान्त तोमर आदि उपस्थित रहे ।       

 कार्यकारिणी

1. राजकुमार चौधरी उपाध्यक्ष

      2. कपिल चौधरी  उपाध्यक्ष 

      3.   अयूब खान  उपाध्यक्ष

        4. प्रदीप उपाध्याय उपाध्यक्ष

      1.मुनिराज त्यागी जिला महासचिव   

       2.विपिन राणा जिला महासचिव   

1,मनीष कुमार ,जलालाबाद,जिला सचिव, 

2, अनिलकुमार शर्मा, दुहाई,जिला सचिव,

3.अमित कुमार जिला सचिव

4.मानवेंद्र सिंह मोंटू जिला सचिव

जीतू शर्मा,मेहरोली, ब्लॉक अध्यक्ष रजापुर ,

बबलू कुमार सुल्तानपुर, ब्लॉक अध्यक्ष मुरादनगर,

कार्यकारिणी सदस्य

1अरुण कुमार, 2.उमेश कुमार,3. राजकुमार ,4.नीरज चौधरी,5. प्रवीण भारद्वाज, 6.परविंदर चौधरी ,7.रवींद्र गुरु जी ,8.सुनील कुमार, 9.विजय लाखन 10.सुंदरपाल शर्मा ,11.सलीम खान ,12.अनुज कुमार ,13.मनीष कुमार ,14.नदीम खान,15. फैसल ,16.यशपाल ,17.कुणाल कौशिक

छठ पर्व संध्या अध्र्य की परमार्थ निकेतन से शुभकामनायें ,विदेशी साधकों ने भी जाना छठ पर्व का महत्व, छठ पूजा, प्रकृति के साथ संवाद का महापर्व--स्वामी चिदानन्द सरस्वती

 




ऋषिकेश, 27 अक्टूबर। परमार्थ निकेतन परिवार की ओर से सभी श्रद्धालुओं वृतियों को छठ पर्व संध्या अघ्र्य की हार्दिक शुभकामनाएँ! यह पावन पर्व सूर्यदेव और माँ प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का अद्भुत प्रतीक है। जब भक्त जल में खड़े होकर अस्त होते सूर्य को अघ्र्य अर्पित करते हैं, तो यह केवल पूजा नहीं, बल्कि प्रकृति के साथ एक जीवंत संवाद होता है। यह भगवान सूर्य के प्रकाश, जल की पवित्रता और वायु की ऊर्जा को नमन करने का सुंदर अवसर। छठ केवल व्रत नहीं, बल्कि संयम, शुचिता और समर्पण की साधना है। 

परमार्थ निकेतन में विश्व के अनेक देशों से आये विदेशी पर्यटकों ने छठ महापर्व के आध्यात्मिक और पर्यावरणीय महत्व के बारे में स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी के साथ सत्संग के माध्यम से जानकारी प्राप्त की। 

स्वामी चिदानंद सरस्वती जी महाराज ने कहा कि छठ केवल एक पर्व नहीं, यह प्रकृति, पंचतत्व और परमात्मा के प्रति कृतज्ञता की सुन्दर अभिव्यक्ति है। जो याद दिलाता है कि सूर्य केवल प्रकाश का स्रोत नहीं, बल्कि जीवन का आधार हैं। जब भक्त जल में खड़े होकर सूर्य को नमन करते हैं, ता प्रकृति व पंचतत्वों के साथ सीधे संवाद कर रहे होते हैं, धन्यवाद दे रहे होते हैं कि हमें जीवन दिया, अन्न दिया, ऊर्जा दी।

स्वामी जी ने बताया कि छठ पर्व भारत की उस सनातन चेतना का जीवंत उदाहरण है जहाँ मनुष्य प्रकृति से जुड़कर ही ईश्वर की अनुभूति करता है। आज जब दुनिया पर्यावरण संकट से जूझ रही है, तब छठ का संदेश और भी प्रासंगिक हो जाता है, सूर्य, जल, वायु, भूमि और आकाश का सम्मान ही पृथ्वी के अस्तित्व की सुरक्षा है।

स्वामी जी ने कहा कि छठ का सच्चा अर्थ केवल उपवास या नियम नहीं, बल्कि “उपासना” अर्थात् अपने भीतर के सूर्य को जगाना है। जब हम बाहरी सूर्य को प्रणाम करते हैं, तब भीतर का अंधकार भी मिटता है। यह पर्व हमें संयम, शुचिता, और समर्पण सिखाता है।

साध्वी भगवती सरस्वती जी ने कहा कि आज विश्व को सबसे अधिक आवश्यकता है सस्टेनेबिलिटी विद स्पिरिचुअलिटी की, ऐसा जीवन जो प्रकृति से प्रेम करे और उसे उपभोग की वस्तु नहीं, बल्कि माता के रूप में देखे। छठ पूजा प्रकृति के प्रति कृतज्ञता और संरक्षण का उत्सव है। 

जर्मनी से आई मारिया ने कहा, यह अद्भुत है कि यहाँ लोग प्रकृति को ईश्वर के रूप में पूजते हैं। जब सब मिलकर सूर्य को प्रणाम करते हैं, तो लगता है जैसे समूची सृष्टि एक साथ प्रार्थना कर रही हो।

अमेरिका से आए डेविड ने कहा, हमने बहुत से धार्मिक उत्सव देखे, पर ऐसा पर्व नहीं जहाँ जल, वायु और प्रकाश के प्रति इतनी गहरी कृतज्ञता हो। यह पर्यावरण और आध्यात्मिकता दोनों का अनोखा संगम है।”

परमार्थ निकेतन में आज छठ पर्व संध्या अध्र्य के अवसर पर आयोजित सांध्यकालीन गंगा आरती में देश-विदेश से आये भक्तों ने दीप प्रज्ज्वलित कर एकता, शांति और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। 

इस अवसर पर विश्व के देशों से आये स्माल्को केसेनिया, सोकोलोवा एकातेरिना, पोपोविच तातियाना, इवान्युक मार्गरिता, कुर्जेनकोवा एकातेरिना, पांतेलीएवा ओल्गा, पोपोव तात्याना, कामारोउस्काया एलेना, ग्लादिशेवा इरीना, नागोवित्सिना इरीना, तातियाना मराहोव्सकाया और अन्य देशी विदेशी साधक उपस्थित रहे।

रविवार, 26 अक्टूबर 2025

गढ़मुक्तेश्वर और तिगरी मेले की तैयारियों का मुख्यमंत्री योगी ने लिया जायजा, मिनी कुम्भ के रूप में आयोजित होगा गढ़मुक्तेश्वर मेला, सुरक्षा और सुविधा के होंगे पुख्ता इंतजाम--योगी आदित्य नाथ

 






गढ़मुक्तेश्वर मेला बनेगा श्रद्धा, अनुशासन और स्वच्छता का प्रतीक: मुख्यमंत्री

40 से 45 लाख श्रद्धालु होंगे शामिल, सीएम नेदिए समयबद्ध तैयारियों के निर्देश

एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की तैनाती, सीसीटीवी निगरानी और रेस्क्यू बोट की व्यवस्था सुनिश्चित

सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध, गंगा तटों पर होगी सफाई और कचरा संग्रह व्यवस्था

गढ़मुक्तेश्वर की धार्मिक परंपरा फिर होगी जीवंत,  जुटेंगे लाखों श्रद्धालु, सरकार ने की व्यापक तैयारी

आस्था और संस्कृति का संगम बनेगा गढ़मुक्तेश्वर मेला, लोककलाओं से सजेगा आयोजन

रासलीला/कृष्णलीला और लोकगायन से गुंजेगा गढ़मुक्तेश्वर, मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश

सीएम योगी का भीड़ प्रबंधन पर विशेष जोर, बोले- श्रद्धालुओं की सुरक्षा पहली प्राथमिकता

सीएम ने पशुपालन विभाग को दिया निर्देशः गढ़ गंगा मेले में पशु मेला भी लगता है, पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में हरा चारा, भूसा आदि रहे उपलब्ध*

सीएम योगी ने किया गंगा पूजन, सदर बाजार का किया अवलोकन

30 अक्टूबर से पांच नवंबर तक चलेगा मेला

लखनऊ/गढ़मुक्तेश्वर, 26 अक्टूबर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को हापुड़ जनपद के गढ़मुक्तेश्वर में लगने वाले वार्षिक कार्तिक पूर्णिमा मेले और अमरोहा के तिगरी मेले की तैयारियों का निरीक्षण किया और सभी संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मेला स्थल का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि इस पावन अवसर पर हर वर्ष लगभग 40 से 45 लाख श्रद्धालु गंगा तट पर स्नान और दीपदान के लिए पहुँचते हैं, इसलिए सभी व्यवस्थाएँ समयबद्ध और समन्वित हों ताकि किसी को असुविधा न हो।

 मुख्यमंत्री ने यातायात, सुरक्षा, स्वच्छता, स्वास्थ्य, पेयजल और प्रकाश व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। बता दें कि इस वर्ष 30 अक्टूबर से पांच नवंबर तक चलने वाले इस मेले को ‘मिनी कुंभ’ के रूप में आयोजित करने की योजना बनाई गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है। गंगा घाटों पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तैनाती, सीसीटीवी व ड्रोन निगरानी, रेस्क्यू बोट और हेल्पलाइन सेंटर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि मेले को स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के संदेश से जोड़ा जाए तथा एकल-उपयोग प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि घाटों पर पर्याप्त चेकर प्लेट लगाई जाएं, पैंटून ब्रिज की व्यवहार्यता का परीक्षण किया जाए और कटान क्षेत्रों में सिंचाई विभाग द्वारा ड्रेजिंग कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाए।

उन्होंने कहा कि मेले के दौरान गहराई वाले जल क्षेत्रों में एनडीआरएफ/एसडीआरएफ और फ्लड यूनिट लगातार सतर्क रहें और आवश्यक बैरिकेडिंग की जाए। श्रद्धालुओं को अनुशासित व्यवहार हेतु प्रेरित करने के लिए काउंसलिंग सत्र आयोजित किए जाएं। पूरे मेले क्षेत्र में सीसीटीवी, पब्लिक एड्रेस सिस्टम और इंटीग्रेटेड कंट्रोल सेंटर की सतत निगरानी सक्रिय रहे। पार्किंग स्थलों पर वाहनों की सुरक्षा, प्रसारण व्यवस्था और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि अस्थायी शौचालयों में ज़ीरो लिक्विड डिस्चार्ज की प्रणाली लागू की जाए और किसी भी प्रकार की लीकेज को रोका जाए। घाटों पर भीड़ नियमन, चेंजिंग रूम, स्वच्छ शौचालय, सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध, और कचरा एवं बोतल संग्रहण प्रणाली को सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने विद्युत विभाग को निर्बाध बिजली आपूर्ति और सभी स्थलों पर इलेक्ट्रिक सेफ्टी का ध्यान रखने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मेले में आकर्षक सजावट की जाए तथा शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार हेतु होर्डिंग्स लगाई जाएं। साथ ही फायर सेफ्टी सिस्टम, अस्थायी अस्पताल, एंटी-स्नेक वैनम और एंटी-रेबीज़ वैक्सीन की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जल में स्नान के दौरान पुलिस और एनडीआरएफ की पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए, और 20 से 25 किलोमीटर के दायरे में यातायात डायवर्जन योजना प्रभावी रूप से लागू की जाए ताकि किसी प्रकार का जाम न लगे।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि श्रद्धालुओं से कोई अतिरिक्त शुल्क न वसूला जाए और पशुओं के चारे तथा भोजन-पेयजल की व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि ड्यूटी पर तैनात स्वयंसेवकों के खान-पान की उचित व्यवस्था की जाए और सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें, ताकि गढ़मुक्तेश्वर का यह ऐतिहासिक मेला न केवल आस्था का केंद्र बने, बल्कि व्यवस्था, स्वच्छता और अनुशासन का आदर्श उदाहरण भी प्रस्तुत करे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गढ़मुक्तेश्वर का यह आयोजन उत्तर प्रदेश की आस्था, अध्यात्म और सांस्कृतिक विरासत का जीवंत प्रतीक है। सरकार का लक्ष्य है कि यह मेला श्रद्धा, अनुशासन और स्वच्छता के साथ सम्पन्न हो, ताकि हर आगंतुक इस पावन तीर्थ से शांति और आशीर्वाद लेकर लौटे।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने मेला क्षेत्र में गंगा पूजन किया फिर गढ़ मेला क्षेत्र में स्थापित सदर बाजार का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री ने गढ़ मुक्तेश्वर में बनाए जा रहे मोढ़े के स्टोर का भी अवलोकन किया और मोढ़े की क्वालिटी की प्रशंसा की। 

मालूम हो कि गढ़मुक्तेश्वर का धार्मिक और पौराणिक महत्व अत्यंत प्राचीन है। मान्यता है कि महाभारत के युद्ध के बाद युधिष्ठिर, अर्जुन और भगवान श्रीकृष्ण ने अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए यहीं गंगा में स्नान किया था। यही वह स्थान है जहाँ भगवान परशुराम ने मुक्तेश्वर महादेव की स्थापना की थी। स्कंद पुराण और महाभारत में गढ़मुक्तेश्वर का उल्लेख एक ऐसे तीर्थ के रूप में मिलता है, जहाँ गंगा स्नान और तर्पण से मोक्ष की प्राप्ति होती है। यहाँ का कार्तिक पूर्णिमा मेला केवल धार्मिक आस्था का नहीं, बल्कि सांस्कृतिक परंपरा और लोक जीवन का भी प्रतीक है। ब्रिजघाट और मुक्तेश्वर घाट पर हर वर्ष लाखों श्रद्धालु स्नान, दीपदान और पितृ-तर्पण के लिए पहुँचते हैं।

परमार्थ निकेतन में सत्संग साधना शिविर का शुभारम्भ, जीवन में सब कुछ सेट पर हम अपसेट परन्तु साधना हमें सेट करती है, हमारे विचार, व्यवहार और चिंतन को सेट व अपडेट करती है-स्वामी चिदानन्द सरस्वती

 



श्री स्वामिनारायण गुरूकुल विश्वविद्यालय, अहमदाबाद द्वारा आयोजित सत्संग साधना शिविर में पूज्य माधवप्रिय स्वामी जी महाराज, पूज्य बाल स्वामी जी महाराज और पूज्य संतों का मार्गदर्शन व आशीर्वाद

परमार्थ निकेतन गंगा तट पर पूज्य माधवप्रिय स्वामी  महाराज के जीवन की  75 वर्षों की दिव्य यात्रा का मनाया उत्सव

भक्तों ने मनाया पूज्य स्वामी ज का 76 वां जन्मोत्सव

पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती  का पावन सान्निध्य, आशीर्वाद व उद्बोधन

ऋषिकेश, 26 अक्टूबर। परमार्थ निकेतन, गंगा तट पर अध्यात्म और साधना का अद्भुत संगम हुआ। श्री स्वामिनारायण गुरुकुल विश्वविद्यालय, अहमदाबाद द्वारा आयोजित सत्संग साधना शिविर का शुभारम्भ पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज के पावन सान्निध्य में हुआ। यह शिविर साधना के साथ आत्मजागरण का उत्सव है।

पूज्य माधवप्रिय स्वामी  महाराज, पूज्य बाल स्वामी  महाराज तथा स्वामिनारायण परंपरा के पूज्य संतों के पावन सान्निध्य में साधक साधना का आनंद ले रहे हैं। अपने प्रेरक उद्बोधनों के माध्यम से साधकों को जीवन के गूढ़ रहस्यों और साधना की गहराइयों का दर्शन करा रहें हैं। 

पूज्य माधवप्रिय स्वामी  महाराज के 75 वर्षों की दिव्य यात्रा के इस पावन अवसर पर, परमार्थ निकेतन के पवित्र गंगा तट पर उनका 76वां जन्मोत्सव बड़ी श्रद्धा, भक्ति और आनंद के साथ मनाया। देश-विदेश से आए भक्तों ने भक्ति भाव से उनका अभिनंदन किया और उनके चरणों में अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।

पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती  महाराज ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि पूज्य माधवप्रिय स्वामी जी महाराज के जीवन की यह यात्रा केवल वर्षों की गणना नहीं, बल्कि सेवा, संस्कार और साधना के उन क्षणों की यात्रा है जिन्होंने असंख्य जीवनों को दिशा और प्रेरणा दी है।

स्वामी जी ने कहा कि जीवन में सब कुछ सेट हो सकता है, घर, काम, परिवार लेकिन अगर मन अपसेट है, तो सब व्यर्थ हो जाता है। साधना ही वह प्रक्रिया है जो हमें भीतर से सेट करती है। यह हमारे विचार, व्यवहार और चिंतन को न केवल संतुलित करती है, बल्कि अपडेट भी करती है। जब हम साधना में रमे रहते हैं, तो जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव हमें विचलित नहीं कर पाते। जीवन को सेट करने का असली सूत्र बाहर नहीं, भीतर है। साधना ही वह चाबी है जो मन के द्वार खोलकर हमें ईश्वर से जोड़ती है।

पूज्य स्वामी जी ने कहा कि साधना केवल अपने लिए नहीं, समाज के लिए भी होनी चाहिए। जब हम अपने भीतर शांति का दीप जलाते हैं, तभी हम दुनिया में प्रकाश फैला सकते हैं।

पूज्य स्वामी जी ने कहा कि आज का युग ‘टेक अपडेट’ का युग है, लेकिन हमें यह भी याद रखना चाहिए कि जैसे हम अपने फोन और कंप्यूटर को अपडेट करते हैं, वैसे ही अपने मन, भाव और दृष्टिकोण को भी साधना द्वारा अपडेट करना आवश्यक है और साधना हमें स्थिरता, संतुलन और सच्ची शांति प्रदान करती है।

पूज्य माधवप्रिय स्वामी जी महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहा कि साधना केवल मौन बैठना नहीं, बल्कि अपने विचारों को दिव्यता की दिशा में प्रवाहित करना है। उन्होंने कहा, जब मन ईश्वर में रमता है, तब जीवन का हर कर्म साधना बन जाता है।

पूज्य बाल स्वामी जी महाराज ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज की पीढ़ी को अपने अंदर की शक्ति को पहचानने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सच्ची स्वतंत्रता बाहरी नहीं, बल्कि भीतर की निर्भरता से मुक्ति है। जब हम साधना से अपने मन को नियंत्रित कर लेते हैं, तभी हम वास्तव में स्वतंत्र होते हैं।

परमार्थ निकेतन के गंगा तट पर आयोजित इस साधना शिविर में प्रतिदिन प्रार्थना, ध्यान, योगाभ्यास, गंगा आरती, भजन-संकीर्तन और प्रेरक प्रवचनों के माध्यम से साधक अपने भीतर के दिव्य स्वर को सुनने का प्रयास कर रहे हैं। परमार्थ निकेतन के दिव्य वातावरण में अध्यात्म और भक्ति का अद्भुत संचार हो रहा है। मां गंगा की लहरें साधना के स्वर में झूम रही है और साधकों को शान्ति प्रदान कर रही है।

पिंक वॉक” में यशोदा अस्पताल संजय नगर ने ब्रैस्ट कैंसर जागरूकता का संदेश दिया पूरे शहर को, 3000 से अधिक लोगों ने लिया हिस्सा




                             मुकेश गुप्ता 

गाजियाबाद । यशोदा सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल एंड कैंसर इंस्टीट्यूट, संजय नगर, गाज़ियाबाद ने आज "ब्रैस्ट कैंसर अवेयरनेस मंथ" के अवसर पर आयोजित "पिंक वॉक" के माध्यम से शहर में स्वास्थ्य और जागरूकता का संदेश फैलाया। इस वॉक में लगभग 3000 से अधिक प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

यह वॉक सुबह 6 बजे जी.डी. गोयंका पब्लिक स्कूल, राजनगर एक्सटेंशन से आरंभ होकर यशोदा सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल एंड कैंसर इंस्टीट्यूट, संजय नगर तक आयोजित की गई। कार्यक्रम की शुरुआत यशोदा की फिजियोथेरेपी टीम द्वारा “मूवमेंट मेडली” से हुई, जिसने प्रतिभागियों को जोश और ऊर्जा से भर दिया। इसके पश्चात प्रतिभागियों ने गुलाबी परिधानों में ब्रैस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता का संदेश देते हुए वॉक की।

कार्यक्रम के समापन पर एक ऊर्जावान बॉलीवुड जुम्बा सत्र आयोजित किया गया, जिसने वातावरण को उत्साहपूर्ण बना दिया। वहीं एक नुक्कड़ नाटक ने सामाजिक संदेश दिया कि ब्रैस्ट कैंसर से जुड़ा डर और झिझक छोड़कर महिलाएं अपनी जांच समय पर करवाएं

मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. राजत अरोड़ा ने बताया कि,“यशोदा पश्चिमी उत्तर प्रदेश का पहला व्यापक ब्रैस्ट केयर सेंटर है, जो न केवल अत्याधुनिक इलाज बल्कि समय पर जांच और निदान की सुविधा भी प्रदान करता है।”

डॉ. (सर्ज. लेफ्टिनेंट कमांडर) अनुश्री वर्तक, यशोदा हॉस्पिटल संजय नगर की ब्रैस्ट ऑन्को सर्जन ने कहा, “दुनिया भर में महिलाओं में होने वाले कैंसर से होने वाली हर छठी मृत्यु ब्रैस्ट कैंसर से होती है। 40 वर्ष की आयु के बाद हर महिला को सालाना मैमोग्राम अवश्य करवाना चाहिए।”

यशोदा ग्रुप की उपाध्यक्ष डॉ. शशी अरोड़ा ने बताया कि अक्टूबर माह में यशोदा हेल्थकेयर महिलाओं के लिए विशेष मैमोग्राफी कूपन भारी छूट पर उपलब्ध करा रहा है, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं स्क्रीनिंग करवाने के लिए प्रेरित हों।

चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर  अजय चौधरी ने कहा, “ब्रैस्ट कैंसर केवल रोगी को ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार को प्रभावित करता है। ‘पिंक वॉक’ का उद्देश्य समाज में इस बीमारी के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इससे जुड़े मिथकों को दूर करना है।”

कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को फ्री टी-शर्ट्स, रिफ्रेशमेंट्स और आकर्षक पुरस्कार भी प्रदान किए गए।

“पिंक वॉक” का यह आयोजन यशोदा हेल्थकेयर के सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को दर्शाता है —

“अब स्वस्थ रहेगी हर नारी, यशोदा ने ली है जिम्मेदारी।”

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंदिरापुरम में 1200 बेड वाले यशोदा मेडिसिटी का किया उद्घाटन, जान है तो जहान है, स्वास्थ्य का रखना विशेष ध्यान: राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू


 




स्वास्थ्य की बेहतरीन सुविधाएं के लिए अब लोगों को भटकने की आवश्यकता नहीं:  मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ

जब देश का हर नागरिक स्वस्थ्य होगा तभी हमारा देश सशक्त व शक्तिशाली बनेगा:  रक्षा मंत्री  राजनाथ सिंह

                            मुकेश गुप्ता 

गाजियाबाद । भारत की माननीया महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने उत्तर भारत के सबसे एडवांस्ड और सस्टेनेबल मल्टी-स्पेशलिटी हेल्थकेयर सेंटर्स में से एक ग़ाज़ियाबाद के इंदिरापुरम स्थित यशोदा मेडिसिटी का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, माननीय केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, माननीय उपमुख्यमंत्री तथा चिकित्सा शिक्षा कैबिनेट मंत्री श्री ब्रजेश पाठक, माननीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल, यशोदा मेडिसिटी के चैयरमैन डॉ.पीएन अरोड़ा, डॉ.उपासना पाण्डेय सहित कई राष्ट्रीय और राज्य स्तर के मंत्री और जनप्रतिनिधि व अन्य विशिष्ट अतिथि भी उपस्थित रहे। तदोपरांत माननीय अतिथियों द्वारा यशोदा मेडिसिटी का भ्रमण किया गया। इंदिरापुरम, गाजियाबाद में 8 एकड़ से भी ज्यादा क्षेत्र में फैला यशोदा मेडिसिटी नए जमाने के हेल्थकेयर इनोवेशन का एक बेहतरीन उदाहरण है। इस हॉस्पिटल में 1200 बेड्स हैं और 65 से ज्यादा स्पेशलिटीज हैं। 


*शॉल, शंख और प्रतीक चिन्ह भेंट कर किया अतिथियों का स्वागत सम्मान*

यशोदा मेडिसिटी, इंदिरापुरम के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम के दौरान डॉ.पी0एन0अरोड़ा द्वारा स्वागत सम्बोधन कर, सभी गणमान्य अतिथियों को शॉल, शंख और प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत सम्मान किया गया। तदोपरांत यशोदा मेडिसिटी से सम्बंधित एक शॉट वीडियों दिखाई गयी।


यशोदा मेडिसिटी खुलने पर मै आप सभी को बधाई देती हूं: राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू

 महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि यशोदा मेडिसिटी खुलने पर मै आप सभी को बधाई देती हूं। मुझे आशा है कि आप लोगों के द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं में पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ कार्य किया जायेगा जिसका लाभ सभी नागरिकों को प्राप्त हो। साथ ही सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का भी लाभार्थियों को यहां से लाभ प्राप्त हो ऐसी मुझे आशा है। मुझे खुशी है कि एक छत के नीचे स्वास्थ्य सम्बंधित विभिन्न सेवाओं को लाभ हो सकेंगा। यह एडवांस्ड, सस्टेनेबल और करुणामय हेल्थकेयर के नए युग की शुरूआत है। उन्होने कहा कि जान है तो जहान है, स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना है, इसके लिए आधुनिक सेवाओं की बेहद आवश्यकता है। इसी क्रम में यह मेडिसिटी बनाया गया है। सभी लोग अपने कार्य को बेहतरीन तरीके से करें जिससे लाभार्थी को अच्छी सेवाएं और सुविधाऐं प्राप्त हो सके।

नए भारत के लक्ष्य पाने के प्रयास का यशोदा मेडिसिटी एक हिस्सा:  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 

 मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ  ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  के नेतृत्व में नए भारत के अन्दर भारत के युवाओं को उन्ही के क्षेत्र में रोजगार प्राप्त हो सके उस दिशा में प्रयास किए जाने वाले प्रयास का यशोदा मेडिसिटी एक हिस्सा है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य हुआ हैं, जिसके क्रम में उत्तर प्रदेश में पिछले 08 वर्षों में 42 नए मेडिकल कॉलेज बनाए गए है, 2 एम्स बने है गोरखपुर व रायबरेली में, जो कि सफलातापूर्वक संचालित हैं। सुपर स्पेशलिटी के तमाम संस्थान उत्तर प्रदेश में स्थापित हुए हैं जिनके माध्यम से उत्तर प्रदेश के 25 करोड़ नागरिकों को लाभ प्राप्त हो रहा है। उन्होने कहा कि ''शरीर माध्यम अनुधर्म साधनम'' अर्थात जीवन का जो भी उदेश्य है वो स्वस्थ शरीर से ही पूरा हो सकता है और स्वस्थ शरीर के लिए स्वास्थ्य की बेहतरीन सुविधाएं भी आवश्यक है, बेहतरीन सुविधाओं के लिए  पी0एन0अरोड़ा द्वारा मां के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए यशोदा मेडिसिटी आज एक नया उपहार है। यह उपहार न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि एनसीआर से जुडे हुुए उन सभी लोगों के लिए है, जिन्हे महंंगी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भटकना पड़ता है और दिल्ली जाना पड़ता है। अब उन्हें यह सभी सुविधाएं एक ही छत के नीचे मिलेंगी। डॉ0पी0एन0अरोड़ा जो कि यहां के चैयरमैन/एमडी हैं जिनका व्यवहार हर व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित कर देता है। कोई बीमार है और उसके पास पैसा हो चाहे ना हो, यदि वह इनके सम्पर्क ​में हो तो उसका उपचार निश्चित ही होना है इस बात के लिए भी इनकी प्रशंसा होती हैं। य​ह जनपद गाजियाबाद, एनसीआर सहित पूरे उत्तर प्रदेश के लिए प्रसन्नता का विषय है कि सभी स्वास्थ्य सेवाओं देने हेतु यहां यशोदा मेडिसिटी खुला है।

यशोदा मे​डिसिटी: अपनी मां यशोदा के प्रति डॉ0पी0एन0अरोड़ा की सच्ची आस्था:  रक्षा मंत्री  राजनाथ सिंह

 रक्षा मंत्री  राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि पी0एन0अरोड़ा अपनी माता जी की कैंसर से मृत्यु होने पर उनकी स्मृति में उनके नाम यशोदा से स्वास्थ्य सेवाएं शुरू की और आज उनके नाम से यशोदा मेडिसिटी बनाया है, उनकी मंशा है कि किसी भी व्यक्ति की बीमारी से मृत्यु ना हो, जिसके लिए वह लगातार प्रयासरत हैं और अब यशोदा मेडिसिटी बनाकर उनमें स्वास्थ्य जांच हेतु सभी प्रकार की मशीने व दवाई उपलब्ध करवाई हैं, यह एक सराहनीय कार्य है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के दिशा—निर्देशों के क्रम में करोड़ों लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये गये हैं, जिसका लोगों को लाभ मिल रहा है, शक्तिशाली व सशक्त भारत बनाने के लिए सर्वप्रथम नागरिकों का स्वस्थ्य रहना अनिवार्य हैं, जब हमारे देश का हर नागरिक स्वस्थ्य होगा तभी हमारा देश सशक्त व शक्तिशाली बनेगा।

कार्यक्रम का शुभारम्भ व समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। कार्यक्रम में कई राष्ट्रीय/राज्य स्तर के मंत्री और जनप्रतिनिधि व अन्य विशिष्ट अतिथि भी उपस्थित रहे।