सोमवार, 3 नवंबर 2025

सुन्दरदीप, ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में "ड्रोन टेक्नोलॉजी पर तकनीकी कार्यशाला" का हुआ सफल आयोजन








                              मुकेश गुप्ता 

गाज़ियाबाद । ,सुन्दरदीप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स (SDGI) में "ड्रोन टेक्नोलॉजी पर तकनीकी कार्यशाला" का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यशाला DUCAT नोएडा के सहयोग से आयोजित हुई, जिसमें श्री अभिषेक गुप्ता (ड्रोन एक्सपर्ट) ने संसाधन व्यक्ति के रूप में अपनी विशेषज्ञता साझा की।

कार्यशाला का शुभारंभ सुबह 10 बजे एडमिन ब्लॉक स्थित सेमिनार हॉल में हुआ।  अभिषेक गुप्ता ने विद्यार्थियों को ड्रोन तकनीक की आधुनिक अवधारणाओं, इसके औ‌द्योगिक उपयोगों और नवीनतम नवाचारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार ड्रोन आज कृषि, सर्वेक्षण, निगरानी और लॉजिस्टिक्स जैसे विभिन्न क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव ला रहे हैं।

कार्यशाला में बी.टेक. और बी.सी.ए. विभाग के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और ड्रोन टेक्नोलॉजी में करियर की संभावनाओं को समझा। छात्रों ने इस सत्र में ड्रोन के कार्य प्रणाली, निर्माण और प्रोग्रामिंग से जुड़ी व्यावहारिक जानकारी भी प्राप्त की।

यह कार्यशाला संस्थान की निदेशक डॉ. मोनिका सैंगर के मार्गदर्शन में संपन्न हुई। इस अवसर पर कंप्यूटर साइंस विभागाध्यक्ष श्रीमती वंदना शर्मा, कंप्यूटर एप्लीकेशन्स विभागाध्यक्ष श्रीमती योगिता कौशिक तथा दोनों विभागों के शिक्षकों ने सक्रिय सहयोग दिया।

सुन्दरदीप एजुकेशनल सोसाइटी के चेयरमैन एवं एस.डी.जी.आई. ग्लोबल यूनिवर्सिटी के चांसलर  महेन्द्र अग्रवाल, उपाध्यक्ष श्री अखिल अग्रवाल, प्रो-चांसलर विमल कुमार शर्मा, प्रो-चांसलर (प्रशासन) पियूष श्रीवास्तव, उपकुलाधिपति  नितिन अग्रवाल, कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रसेनजीत कुमार तथा रजिस्ट्रार डॉ. राजीव रतन ने इस पहल की सराहना की और विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ दीं।

इस अवसर पर डॉ. मोनिका सैंगर ने कहा कि इस तरह की तकनीकी कार्यशालाएँ वि‌द्यार्थियों को उ‌द्योग की बदलती आवश्यकताओं से जोड़ती हैं और उनकी तकनीकी समझ को सशक्त बनाती हैं। उन्होंने कहा कि ड्रोन टेक्नोलॉजी आज के डिजिटल युग का महत्वपूर्ण हिस्सा है और छात्रों को इसे सीखकर नए अवसरों की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।

सुन्दरदीप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स (SDGI) विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए भविष्य में भी इस प्रकार के शैक्षणिक और प्रेरक कार्यक्रमों का आयोजन करता रहेगा, जिससे छात्र न केवल तकनीकी रूप से सक्षम बनें बल्कि नवाचार और अनुसंधान के क्षेत्र में भी अपनी पहचान बना सकें।

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