मुकेश गुप्ता
गाजियाबाद, सुन्दरदीप ग्लोबल यूनिवर्सिटी (एस.डी.जी. आई. ग्लोबल यूनिवर्सिटी) के स्कूल ऑफ साइंसेज द्वारा "इन सिलिको एप्रोच एंड इन विट्रो ट्रेनिंग इन मॉलीक्यूलर बायोलॉजी विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को आधुनिक मॉलीक्यूलर बायोलॉजी की प्रयोगात्मक (इन विट्रो) एवं कम्प्यूटेशनल (इन सिलिको) तकनीकों का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना था।
यह कार्यशाला एस.जी.यू. सेमिनार हॉल और लैबोरेटरी में आयोजित की गई। दो दिवसीय इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों को प्रयोगशाला आधारित तकनीकों के साथ-साथ बायोइन्फॉर्मेटिक्स एवं स्ट्रक्चरल बायोलॉजी से जुड़ी सॉफ्टवेयर-आधारित ट्रेनिंग का अवसर मिला।
कार्यशाला के पहले दिन "फ्रॉम कॉलेज टू कॉरपोरेटः हँड्स ऑन इन मॉलीक्यूलर बायोलॉजी"
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुआ। अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत एवं सम्मान किया गया।
स्वागत संबोधन डॉ. ज्योति चौधरी, निदेशक (कार्यवाहक), स्कूल ऑफ साइंसेज द्वारा किया गया। इसके पश्चात डॉ. राजीव रतन, रजिस्ट्रार, एवं माननीय कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रसेनजीत कुमार ने अपने प्रेरणादायक विचार व्यक्त किए। इसके बाद "फ्रॉम कॉलेज टू कॉरपोरेट" विषय पर डॉ. श्वेता अरोड़ा द्वारा सत्र का संचालन किया गया।
इसके पश्चात विद्यार्थियों ने "पी.सी. आर. इन एक्शन हँड्स ऑन एंड करियर पॉसिबिलिटीज़" तथा "द साइंस बिहाइंड जेल इलेक्ट्रोफोरेसिस विषयों पर प्रयोगात्मक प्रशिक्षण प्राप्त किया। छात्रों ने डी. एन. ए. आइसोलेशन, जेल इलेक्ट्रोफोरेसिस और पी.सी.आर. तकनीकों पर व्यवहारिक अभ्यास किया।
कार्यशाला के दूसरे दिन का विषय स्ट्रक्चरल बायोइन्फॉर्मेटिक्स रहा, जिसमें प्रतिभागियों को प्रोटीन मॉडलिंग और ड्रग टार्गेट डिस्कवरी के कम्प्यूटेशनल तरीकों की जानकारी दी गई।
पहला सत्र डॉ. सुधीर पाल द्वारा "इंट्रोडक्शन टू ड्रग डिस्कवरी पाइपलाइनः टार्गेट आइडेंटिफिकेशन एंड वैलिडेशन" विषय पर प्रस्तुत किया गया।
इसके बाद "एक्सप्लोरिंग बायोलॉजिकल डाटाबेस" पर हँड्स-ऑन ट्रेनिंग कराई गई, जिसमें छात्रों ने विभिन्न बायोइन्फॉर्मेटिक्स टूल्स का प्रयोग किया। दोपहर बाद के सत्रों में "प्रोटीन स्ट्रक्चर एंड ड्रग बाइंडिंग प्रिंसिपल्स" तथा "प्रोटीन विजुअलाइजेशन टूल्स एंड मॉलिक्यूलर डॉकिंग सॉफ्टवेयर" पर विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यशाला का समापन प्रमाणपत्र वितरण समारोह एवं समापन संबोधन के साथ किया गया। यह दो दिवसीय कार्यशाला छात्रों को यह समझाने के लिए आयोजित की गई कि किस प्रकार प्रयोगशाला में किया गया विज्ञान, डेटा-आधारित कम्प्यूटेशनल बायोलॉजी से जुड़कर आधुनिक अनुसंधान को आगे बढ़ाता है।
दोनों दिनों में विशेषज्ञों द्वारा इंटरएक्टिव सेशन्स, प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और डेमोंस्ट्रेशन के माध्यम से विद्यार्थियों को बायोटेक्नोलॉजी अनुसंधान की गहराई से जानकारी दी गई। कार्यक्रम के सफल आयोजन में विश्वविद्यालय प्रबंधन, आयोजन समिति, संसाधन विशेषज्ञों, शिक्षकों एवं सभी प्रतिभागियों के सहयोग की सराहना की गई।
इस आयोजन की सफलता में चेयरमैन एवं चांसलर (एस.डी.ई.एस. एवं एस.जी.यू.) महेन्द्र अग्रवाल वाइस चेयरमैन (एस.डी.ई.एस.) अखिल अग्रवाल, प्रो-चांसलर (एस.जी.यू.) नितिन अग्रवाल एवं प्रो-चांसलर (प्रशासन) विमल कुमार शर्मा जी का विशेष सहयोग और मार्गदर्शन रहा।




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