मुकेश गुप्ता
गाजियाबाद । एसडीजीआई ग्लोबल यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ लॉ एंड लीगल स्टडीज़ (SLLS) द्वारा "Introduction to Criminal Procedure: From Investigation to Trial" विषय पर एक महत्वपूर्ण अतिथि व्याख्यान आयोजित किया गया। यह सत्र विश्वविद्यालय के SGU बिल्डिंग स्थित सेमिनार हॉल में आयोजित हुआ, जिसमें एडवोकेट समर्थ सूरी (सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया) मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समन्वय असिस्टेंट प्रोफेसर सुश्री आकांक्षा सिंह और सुश्री इस्मत हेना द्वारा किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई, जिसके बाद डॉ. हेमंत कुमार शर्मा, निदेशक, स्कूल ऑफ लॉ एंड लीगल स्टडीज़ ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। Felicitation ceremony के पश्चात व्याख्यान की शुरुआत हुई, जिसमें एडवोकेट समर्थ
सूरी ने आज की कानूनी प्रणाली में आपराधिक प्रक्रिया (Criminal Procedure) की महत्ता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस प्रकार विधिक प्रक्रियाएँ न्याय प्रणाली में निष्पक्षता, पारदर्शिता और नागरिक अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं।
एडवोकेट सूरी ने आपराधिक न्याय प्रक्रिया के विभिन्न चरणों जैसे एफआईआर दर्ज करना, जाँच प्रक्रिया, सबूतों का संकलन, चार्जशीट दाखिल करना, आरोप तय करना, ट्रायल की कार्यवाही, तथा अभियोजन और बचाव पक्ष की भूमिका पर विस्तृत रूप से चर्चा की। उन्होंने वास्तविक मामलों के उदाहरणों के माध्यम से जटिल प्रक्रियात्मक नियमों को सरल तरीके से समझाया और अपराध मामलों में वकालत करते समय आने वाली व्यावहारिक चुनौतियों पर भी प्रकाश डाला।
व्याख्यान के दौरान छात्रों को जमानत (Bail), संगणनीय एवं असंगणनीय अपराध (Cognizable vs Non-Cognizable Offences), अभियुक्त के अधिकार, तथा "Due Process" के महत्व जैसी महत्वपूर्ण कानूनी अवधारणाओं से अवगत कराया गया। सत्र ने छात्रों को आपराधिक कानून को सैद्धांतिक तथा व्यावहारिक दोनों दृष्टिकोणों से समझने के लिए प्रेरित किया।
सत्र अत्यंत संवादात्मक रहा, जिसमें विद्यार्थियों ने सक्रिय रूप से प्रश्न पूछे और आपराधिक प्रक्रिया से संबंधित अपनी जिज्ञासाएँ साझा कीं। सत्र के अंत में ट्रायल प्रक्रिया, जाँच में कमियों और कोर्टरूम प्रैक्टिस से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे गए, जिनका एडवोकेट सूरी ने विस्तृत और संतोषजनक उत्तर दिया।
स्कूल ऑफ लॉ एंड लीगल स्टडीज़ की टीम ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा निरंतर प्रोत्साहन और सहयोग के कारण ही प्रायोगिक और कौशल-आधारित कानूनी शिक्षा को बढ़ावा मिलता है। यह व्याख्यान विद्यार्थियों के लिए अत्यंत ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक सिद्ध हुआ।
कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सुन्दर दीप एजुकेशनल सोसायटी के चेयरमैन एवं एसजीयू के कुलाधिपति महेंद्र अग्रवाल, एसडीजीआई ग्लोबल यूनिवर्सिटी के उपकुलाधिपति नितिन अग्रवाल, उपाध्यक्ष अखिल अग्रवाल, प्रो-चांसलर विमल कुमार शर्मा, प्रो-चांसलर (प्रशासन) पियूष श्रीवास्तव, कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रसनजीत कुमार एवं रजिस्ट्रार डॉ. राजीव रतन ने सराहना की और विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं।




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