रिपोर्ट--मुकेश गुप्ता
प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार और नागरिकों को लेना होगा दृढ़संकल्प - सीमा त्यागी
गाजियाबाद । इंडियन पेरेंट्स एसोसिएशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष सीमा त्यागी ने तेजी से बढ़ता वायु प्रदूषण आज देश के नौनिहालों के स्वास्थ्य पर सबसे बड़ा संकट बनता जा रहा है। बच्चों की सांसें जहरीली हवा में घुट रही हैं और इसका सीधा असर उनके फेफड़ों, प्रतिरक्षा तंत्र के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक विकास पर पड़ रहा है। यह केवल चिंता का विषय नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय आपातकाल जैसी स्थिति है। इंडियन पेरेंट्स एसोसिएशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष सीमा त्यागी ने कहा कि प्रदूषण अब केवल पर्यावरण की समस्या नहीं रहा, बल्कि यह आने वाली पीढ़ी के भविष्य पर सीधा हमला है। छोटे बच्चों में सांस संबंधी बीमारियाँ, एलर्जी, अस्थमा और आंखों की समस्याएँ लगातार बढ़ रही हैं, जो अत्यंत गंभीर चेतावनी हैं।
उन्होंने कहा कि“आज प्रदूषण को रोकना केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का राष्ट्रधर्म है। यदि हम सच में देशभक्त हैं, तो हमें अपने आचरण में बदलाव लाना होगा। खुले में कूड़ा जलाना बंद करना, अनावश्यक वाहनों का प्रयोग न करना, सार्वजनिक परिवहन को अपनाना, अधिक से अधिक पेड़ लगाना और पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली अपनाना ही सच्ची देशभक्ति है।” में केंद्र एवं राज्य सरकार से अपील करती हूँ कि प्रदूषण नियंत्रण नियमों को सख्ती से लागू किया जाए, स्कूलों के आसपास विशेष स्वच्छ वायु क्षेत्र बनाए जाएं तथा बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
उन्होंने कहा कि यदि सरकार द्वारा अब भी प्रदूषण के खिलाफ निर्णायक कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाली पीढ़ियाँ हमें कभी माफ नहीं करेंगी। अब समय आ गया है कि हम सब मिलकर प्रदूषण के विरुद्ध एकजुट हों और देशभक्ति को केवल शब्दों में नहीं, बल्कि अपने व्यवहार में उतारें।

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