रविवार, 21 अप्रैल 2024

राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने भाजपा और मोदी दोनों को अपने गिरेबां में झांकने की नसीहत दी

मुकेश गुप्ता सत्ता बन्धु

गाजियाबाद। रविवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, सांसद, उप नेता, राज्य सभा ने सर्वकालीन आजाद भारत के "चन्दा घोटाले" के लिये भारतीय जनता पार्टी की कड़ी निन्दा एवं आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि 13 हजार करोड़ रुपये, जिसमें एक साल की वसूली सम्मिलित नहीं है, के "इलेक्टोरल बाण्ड" का जो खुलासा माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद एस.बी.आई. को करना पड़ा, उसमें भा.ज.पा. रंगे हाथ पकड़ी गयी और इलेक्टोरल बाण्ड के रूप में माल भी पकड़ा गया। श्री तिवारी मालीवाड़ा चौक, अम्बेडकर रोड स्थित इंडिया गठबंधन की कांग्रेस प्रत्याशी डॉली शर्मा के मुख्य चुनाव कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर पार्टी प्रत्याशी डॉली शर्मा, महानगर अध्यक्ष विजय चौधरी, जिलाध्यक्ष विनीत त्यागी, सपा जिलाध्यक्ष फैजल हुसैन, पूर्व महानगर अध्यक्ष नरेंद्र भारद्वाज के अलावा पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक और जिला एवं महानगर संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहे।

अपनी बात आगे बढ़ाते हुए श्री तिवारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार ईडी, सीबीआई और आईटी (इनकम टैक्स) का भय दिखाकर हफ्ता वसूली या डोनेशन वसूली करती है जिसका एक खुलासा अभी "इलेक्टोरल बाण्ड घोटाले" के रूप में सामने आया है। क्योंकि जिन कंपनियों ने भारतीय जनता पार्टी के लिये इलेक्टोरल बाण्ड दिया, उन्हें पुरस्कार स्वरूप ठेके दिये गये। उदाहरणतया मेधा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रा ने लगभग 1200 करोड़ से डोनेट किये तो उसे 14,400 करोड़ रुपये का ठाणे-बोरीवजह ट्वीन प्रोजेक्ट दिया गया। जिन्दल स्टील एण्ड पॉवर ने 07 अक्टूबर, 2022 को 22 करोड़ रुपये का चन्दा दिया तो तीसरे दिन उसे गियर पाल्मा कोल माइन का ठेका मिल गया। शिर्डी साईं इलेक्ट्रिकल्स पर माह दिसम्बर 2023 में इनकम टैक्स का छापा पड़ा और जनवरी 2024 में कम्पनी ने 22 करोड़ रुपये का डोनेशन दिया। यही हाल फ्यूचर गेमिंग कंपनी का भी रहा ।उन्होंने कहा कि, जिन कंपनियों को केन्द्र सरकार से प्रोजेक्ट मिले उन्होंने प्रोजेक्ट मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी को चन्दा देकर अपना एहसान चुकाया। जैसे वेदांता ग्रुप को राधिकापुर वेस्ट प्रोजेक्ट कोल माइन मार्च 2021 में मिली तो उसने 25 करोड़ रुपये का चन्दा भाजपा को दिया। इसी प्रकार से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इण्डिया, डीएलएफ, नवयुग इंजीनियरिंग, यूनाइटेड फास्फोरस, आईएफबी, एग्रो, यशोदा हास्पिटल गाजियाबाद पर दिसम्बर 2020 में इनकम टैक्स ने छापा डाला, अप्रैल, 2021 में उक्त हास्पिटल ने 162 करोड़ रुपये का बाण्ड खरीदा। इसी तरह हल्दिया इंजीनियरिंग, चेन्नई ग्रीन वुड्स, हीरोमोटो, माइको लैब, कल्पातरु प्रोजेक्ट, डा. रेड्डी लैब, आदि इन पर छापे डाले गये, बदले में इन कम्पनियों ने इलेक्टोरल बाण्ड खरीदे। इसी प्रकार से मित्तल ग्रुप, ब्राइट स्टार इनवेस्टमेण्ट, वण्डर सीमेण्ट, आई.आर.बी. इंफ्रा, टोरेण्ट पॉवर ने 86.5 करोड़ का इलेक्ट्राल बाण्ड खरीदा, उसे 47000 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट गुजरात में दिया गया। उपरोक्त के अलावा अन्य तमाम कम्पनियों द्वारा भाजपा को कुल मिलाकर 8,633 करोड रूपये का चन्दा दिया गया है, यह संख्या इससे भी बहुत ज्यादा है, क्योंकि एक वर्ष का आंकड़ा इसमें सम्मिलित नहीं है। श्री तिवारी ने भारतीय जनता पार्टी को खुली चुनौती देते हुये कहा है कि यदि उसमें साहस है तो एक प्रेस कान्फेस करे और किस-किस से कितना-कितना चन्दा लिया है और कब कब लिया है उस पर एक "श्वेत पत्र" जारी करे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अब समझ आया है कि 40 साल की कमरतोड़ महंगाई का राज, इन्फ्रास्ट्रक्चर की कीमतों में बढ़ोत्तरी का राज और जनता की बदहाली राज क्या है? यदि भारतीय जनता पार्टी इस पर "श्वेत पत्र" नहीं जारी करती है तो यह आईने की तरह साफ है कि उसमें दम नहीं है कि वह इसकी सच्चाई बता सके कि कितना कितना पैसा, कहाँ कहाँ से कब कब आया? उन्होंने मांग की है कि यदि भारतीय जनतापार्टी इसका स्रोत न बताये तो माननीय सर्वोच्च न्यायालय इसकी जाँच कराये और इसकी मॉनीटरिंग करे, कि किस-किस दिन सरकारी एजेंसियों ने "रेड" किया, उसके बाद कितना-कितना इलेक्टोरल बाण्ड खरीदा गया या किनको ठेके दिये गये, और उन्होंने पहले या बाद में कितना इलेक्ट्रॉल बाण्ड दिया। सब कुछ देश की जनता के सामने आना ही चाहिए ।

उन्होंने आगे कहा कि माननीय प्रधानमन्त्री मोदी को इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुये सम्पूर्ण राष्ट्र से क्षमा याचना करनी चाहिए। केन्द्र की "मोदी सरकार" हर मोर्चे पर असफल साबित हुई है। चाहे वह देश सीमाओं की सुरक्षा रही हो, नौजवानों में बढ़ती बेरोजगारी हो, किसानों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) आदि की समस्यायें हों, बेतहासा बढ़ती हुई महंगाई हो, अथवा भ्रष्टाचार का मामला हो, हर स्तर पर देश की जनता के साथ धोखा एवं विश्वासघात हुआ है तथा जनता छली गयी है। अच्छे दिन आने का सपना दिखाकर सत्ता में आयी मोदी सरकार ने देश की जनता को "बुरे दिन" में पहुंचा दिया है।

श्री तिवारी ने कहा है कि आज देश की जनता महंगाई की भयंकर मार झेल रही है, पेट्रोलियम से लेकर खाद्यान्न, तेल एवं रसोई गैस सभी कुछ की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई है और आवश्यक आवश्यकता की वस्तुएं लोगों की पहुँच से बाहर हो गयी है किन्तु "कुम्भकर्णी नींद" में सोई हुई मोदी सरकार को जनता के दुःख, तकलीफ या परेशानी से कोई लेना-देना नहीं है। वह अपने मद में ही मस्त है। महंगाई की बढ़ती मार देश की जनता पर किस तरह पड़ रही है, उसकी एक बानगी निम्नवत है :-


# वस्तु का नाम- वर्ष 2013 में कीमत- वर्ष 2024 में कीमत


1. आटा प्रति 10 किलो- 210 रुपए- 410 रुपए

2. फुल क्रीम दूध-  30 रुपये प्रति लीटर- 66 रुपये प्रति लीटर

3. देशी घी- 300 रुपये प्रति किलो- 675 रुपये प्रति किलो

4. सरसों का तेल- 52 रूपए प्रति लीटर- 150 रुपये प्रति लीटर

5. अरहर दाल- 80 रुपये प्रति किलो- 210 रुपये प्रति किलो 

6. रसोई गैस- 410 रुपये प्रति सिलेण्डर- 1103 रुपये प्रति सिलेंडर


इसी प्रकार से वर्ष 2013 में पेट्रोल 66 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 52 रुपये प्रति लीटर थी किन्तु वर्ष 2024 में पेट्रोल 97 रुपये प्रति लीटर तथा डीजल की कीमत 90 रुपये प्रति लीटर पहुंच गयी है। जबकि वर्ष 2013 में दुनिया में कच्चे तेल की कीमत लगभग 120 डॉलर प्रति बैरल से भी अधिक थी और आज कच्चे तेल की कीमत लगभग 87 डॉलर प्रति बैरल है। किन्तु तब तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने महंगा कच्चा तेल खरीद कर सस्ते में पेट्रोल और डीजल बेंचा था और आज मोदी सरकार सस्ता कच्चा तेल खरीद कर अपने दोस्त पूँजीपतियों की जेब भरने के लिये अधिक दामों में पेट्रोल और डीजल बेच रही है, और जनता की जेब पर डाका डाल रही है। डीजल की कीमत बढ़ने से इसका सीधा असर यात्री किराये से लेकर माल भाड़े एवं खेतों की जुताई एवं

सिंचाई आदि पर पड़ता है और जहाँ खेतों की जुताई एवं सिंचाई महंगी हो जाती है। वहीं माल भाड़ा बढ़ने के कारण सभी वस्तुओं के दाम अपने आप स्वतः ही बढ़ जाते हैं, जिसकी भार परोक्ष रूप से देश की जनता पर पड़ता है। पेट्रोल, डीजल, खाद्यान्न वस्तुएं, डॉलर के मुकाबले रुपये की साख और निर्यात सभी में बेतहाशा गिरावट आयी है। चीन सहित अन्य सभी देशों में निर्यात में भारी कमी आयी है।


श्री तिवारी ने कहा है कि मोदी जी ने सेना को मजबूत करने का वायदा किया था किन्तु सच्चाई यह है कि अग्निवीर योजना लाकर युवाओं को भरी जवानी में 4 साल में सेवानिवृत्त कर दिया जायेगा, और उन्हें न तो पेंशन दी जायेगी और न ही सेवानिवृत्ति के बाद सैनिकों को कोई सुविधा ही प्रदान की जायेगी। सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन की सुविधा (ओल्ड पेंशन स्कीम) नहीं मिली है।


लाल आँखें करके दुश्मनों से बात करने का वायदा करने वाले मोदी जी चीन द्वारा भारत के एक भूभाग कब्जा करने के बाद चीन से लाल आँखे करके बात करने की बजाय उससे नजरें चुरा कर बात कर रहे हैं। एक मुहावरा देश में बहुत प्रचलित हो गया है कि जब कोई वायदा करता है और विश्वास नहीं होता, तो कहा जाता है कि "तुम्हारा वायदा तो मोदी जी जैसा है"।


श्री तिवारी ने कहा है कि "अच्छे दिन" आने का सपना दिखाने वाली तथा "न खाऊँगा, न खाने दूंगा" का डिंडोरा पीटने वाली "मोदी सरकार" का चाल, चेहरा और चरित्र यह है जो जनता के सामने उजागर हो गया है। एक तरफ देश की जनता महंगाई से, नौजवान बेरोजगारी से और किसान अपनी उपज की पूरी कीमत न पाने से परेशान है, किन्तु दूसरी तरफ मोदी सरकार अपने सत्ता के अहंकार और मद में चूर है, जो इस कहावत को चरितार्थ करती है कि- "जब रोम जल रहा था तो नूरो बांसुरी बजा रहा था"।


श्री तिवारी ने कहा, एक तरह से बहुजन समाज पार्टी देश में अपना राजनैतिक आधार पूरी तरह से खो चुकी है और अब वो मात्र "वोट कटवा पार्टी" के रूप में काम कर रही है, यदि बसपा के प्रत्याशियों की लिस्ट देखी जाये तो ये साफ हो जाता है कि भाजपा के प्रत्याशियों की मदद पहुंचाने के लिए है तथा अपने स्वयं के प्रत्याशियों को जिताने का कोई उद्देश्य नहीं है।


श्री तिवारी ने गाजियाबाद की जनता से इण्डिया गठबन्धन के प्रत्याशी श्रीमती डॉली शर्मा जी को भारी बहुमत के साथ विजयी बनाने की अपील की है, और कहा है कि होने वाले लोक सभा के चुनाव में भारतीय जननापार्टी को जनता के साथ किये गये वायदा खिलाफी, विश्वासघात, और छल करने के लिये देश की महान जनता उसे पराजय का स्वाद चखाकर और इण्डिया गठबन्धन" की बहुमत के साथ देश में सरकार बनाकर इसका करारा जवाब देगी ।


श्री तिवारी ने कहा है कि प्रथम चक्र के मतदाताओं को मैं धन्यवाद देता हूँ, जिन्होंने NDA, भाजपा गठबन्धन को रेजेक्ट कर दिया। बूथ पर भाजपा टीम में सन्नाटा पसरा रहा जबकि इण्डिया गठबन्धग की टीम में मतदाताओं की अत्यधिक उपस्थिति और उत्साह दोनों रहा। दक्षिण में भाजपा गठबन्धन को मतदाताओं ने पूरी तरह नकार दिया है जिससे साफ हो गया है कि भा.ज.पा. का सफाया होना तय है। उत्तर प्रदेश में पिछली बार से कई गुना ज्यादा उत्साहजनक परिणाम इण्डिया गठबन्धन के पक्ष में आयेंगे जो दीवार पर लिखी इबादत्त की तरह साफ है।

# हम आयेंगे तो हमारी कुछ महत्वपूर्ण गारंटी है-

* गरीब परिवार की एक महिला को सालाना 1 लाख रुपए।

* अप्रेंटिसशिप का अधिकार- सभी ग्रैजुएट्स और डिप्लोमा होल्डर्स को 1 साल को अप्रेंटिसशिप और 1 लाख रुपए।

* किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी।

* मनरेगा श्रमिकों का मेहनताना कम से कम 400 रुपए कॉन्ट्रैक्ट मजदूरी को खत्म करेंगे।

* 30 लाख सरकारी नौकरियां देंगे।

* अग्निवीर को खत्म करेंगे

* जीएसटी व्यवस्था को ठीक करेंगे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें