रिपोर्ट---मुकेश गुप्ता
गाजियाबाद । सुंदरदीप फार्मेसी कॉलेज, गाजियाबाद द्वारा "चौथी औद्योगिक क्रांति और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसः फार्मा एवं हेल्थकेयर इंडस्ट्री में परिवर्तन" विषय पर एक दिवसीय अतिथि व्याख्यान (Guest Lecture) का सफल आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के शुभारंभ पर सुंदरदीप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स एवं एसडीजीआई ग्लोबल यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष महेन्द्र अग्रवाल, उपाध्यक्ष अखिल अग्रवाल एवं प्रो चांसलर नितिन अग्रवाल ने उपस्थित छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दीं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) प्रसेनजीत कुमार (एसडीजीआई ग्लोबल यूनिवर्सिटी) ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि वैज्ञानिक अनुसंधान में सटीकता और गुणवत्ता के लिए आधुनिक तकनीकों को अपनाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि नई प्रौद्योगिकियां न केवल अनुसंधान को उन्नत बना रही हैं, बल्कि नैतिकता के साथ दवा निर्माण को भी अधिक प्रभावशाली बना रही हैं, जिससे मानव जीवन की गुणवत्ता में सुधार, बीमारियों के बोझ में कमी और स्वास्थ्य स्थिरता को बढ़ावा मिल रहा है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. पुनीत गुप्ता (सचिव, आई.पी.ए. उत्तर प्रदेश एवं मुख्य समन्वयक, औषधि खोज, एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा) ने अपने अनुभव और विशेषज्ञता साझा करते हुए कहा कि चौथी औद्योगिक क्रांति स्वास्थ्य क्षेत्र में एक क्रांतिकारी परिवर्तन ला रही है। यह न केवल उपचार और निदान की पद्धतियों को बदल रही है, बल्कि स्वास्थ्य पेशेवरों और रोगियों के बीच संबंधों और स्वास्थ्य प्रणालियों के संगठनात्मक ढांचे को भी पुनर्परिभाषित कर रही है।
उन्होंने बताया कि भारत में फार्मास्युटिकल अनुसंधान में 4.0 प्रौद्योगिकियों की दक्षता और प्रभावशीलता विकासशील देशों के लिए प्रेरणास्रोत बन सकती है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित किया कि मशीन लर्निंग और एआई जैसी उन्नत तकनीकों को अपनाकर वे न केवल वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान कर सकते हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और नैतिक अनुसंधान में भी योगदान दे सकते हैं।
कॉलेज के निदेशक एवं कार्यक्रम संयोजक प्रोफेसर (डॉ.) आर. डी. गुप्ता ने उद्घाटन भाषण में कहा कि फार्मास्युटिकल क्षेत्र में नई तकनीकों को आत्मसात करना छात्रों के भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि तेजी से बदलते वैश्विक परिदृश्य में वैज्ञानिक प्रगति को नैतिक और व्यावसायिक दृष्टिकोण से अपनाना आवश्यक है।
कार्यक्रम की समन्वयक सुष्मिता मिश्रा एवं नेहा जैन (एसोसिएट प्रोफेसर, सुंदरदीप फार्मेसी कॉलेज) ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन छात्रों को उद्योग की बदलती जरूरतों और आधुनिक अनुसंधान तकनीकों से परिचित कराते हैं, जिससे वे व्यावसायिक रूप से अधिक सक्षम बनते हैं।
कार्यक्रम में डॉ. राजीव रतन (रजिस्ट्रार, एसडीजीआई ग्लोबल यूनिवर्सिटी), प्रो. (डॉ.) ए. शंमुगनाथन (डीन अकादमिक्स, एसडीजीआई ग्लोबल यूनिवर्सिटी), डॉ. नितिन कुमार, डॉ. सीमा जैन, निधि सिंह, सुंदरदीप कॉलेज ऑफ फार्मेसी के सभी शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं और स्टाफ सदस्य उत्साहपूर्वक उपस्थित रहे।
यह सेमिनार छात्रों और शिक्षकों के लिए ज्ञानवर्धक एवं प्रेरणादायक सिद्ध हुआ। डॉ. पुनीत गुप्ता जैसे अनुभवी वक्ता की उपस्थिति ने इस आयोजन को और अधिक प्रभावशाली बनाया। कार्यक्रम का समापन नेहा जैन के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें सभी आयोजकों, वक्ताओं और प्रतिभागियों को उनके सहयोग और समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया गया।




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